1. युवा उद्यमियों के लिए स्थापना दिवस पर ऋण वितरण
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत 24 जनवरी को प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर गाजियाबाद के 500 लाभार्थियों को ऋण वितरित किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना है। मंगलवार को विकास भवन में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने बैंक प्रतिनिधियों और कौशल विकास मिशन को अधिक से अधिक आवेदन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वर्ष 2024-25 के लिए 4000 आवेदन करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक केवल 63 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को अभियान में तेजी लाने और लाभार्थियों तक योजना का लाभ पहुंचाने पर जोर दिया। प्रदेश स्तर पर इस योजना के तहत 25,000 लाभार्थियों को ऋण वितरित करने का लक्ष्य है। यह योजना युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और जिले में उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
2. डिवाइडर से टकराकर पलटा ट्रक, बाल-बाल बचे लोग गाजियाबाद के हापुड़ रोड पर मंगलवार सुबह एक तेज रफ्तार ट्रक डिवाइडर से टकराकर पलट गया। हादसा इतना जोरदार था कि ट्रक का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, ट्रक ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया था, जिसकी वजह से यह दुर्घटना हुई। गनीमत यह रही कि ट्रक के पलटने से आसपास खड़े लोगों को कोई चोट नहीं आई। ड्राइवर को मामूली चोटें आईं, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
3. महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियां: कौशांबी बस अड्डे से 10 बसों की शुरुआत महाकुंभ 2025 के लिए गाजियाबाद प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कौशांबी बस अड्डे से प्रयागराज के लिए 10 नई बस सेवाओं की शुरुआत की घोषणा की है। ये बसें 10 जनवरी से प्रतिदिन संचालित होंगी, जिससे श्रद्धालुओं को प्रयागराज तक पहुंचने में आसानी होगी। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन बसों में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, और किराया भी बेहद किफायती रखा गया है। महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु प्रयागराज जाते हैं, और इन बसों के संचालन से यात्रा सुगम और सुरक्षित होने की उम्मीद है।
4. बुलंदशहर: नम आंखों से वीर जवान गौरव को अंतिम विदाई
बुलंदशहर जिले के बीबीनगर के गांव निसुरखा में वायुसेना के जवान गौरव कुमार का संदिग्ध परिस्थितियों में निधन हो गया। 34 वर्षीय गौरव बंगलूरू स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात थे। चार जनवरी को उनके निधन की खबर मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गौरव के शव को लेने के लिए परिवार बंगलूरू रवाना हुआ और मंगलवार को जब शव गांव पहुंचा, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। हजारों ग्रामीण अंतिम संस्कार में शामिल हुए और नम आंखों से अपने वीर जवान को विदाई दी। गौरव को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई, जिसमें वायुसेना के जवानों ने सलामी देकर अपने साथी को श्रद्धांजलि अर्पित की। गांव और परिजनों में गौरव के अचानक चले जाने से गहरा शोक है। घटना के कारणों को लेकर अभी जांच जारी है। गौरव की यादों को संजोए हुए, उनके परिवार और गांव ने गर्व और गम के मिश्रित भावों के साथ उन्हें विदा किया।
“देश की सेवा में समर्पित वीर जवान गौरव को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि।”
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