2025 का नया साल ठिठुरन और कड़ाके की ठंड के साथ दस्तक दे रहा है। पूरे उत्तर भारत में शीतलहर, कोहरे और बारिश ने मौसम को और भी सर्द बना दिया है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, राजस्थान और झारखंड में ठंड का प्रकोप बढ़ेगा। वहीं, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में ठिठुरन भरी सुबहें
नए साल की पूर्व संध्या पर पूरे दिन बादल छाए रहे, और धूप नदारद रही। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले दो दिनों तक कोल्ड वेव (शीतलहर) चलने की संभावना है। ठंड भरी पछुआ हवाओं ने तापमान में भारी गिरावट ला दी है, जिससे गलन का एहसास और बढ़ गया है। सुबह से लेकर शाम तक ठंडी हवा और घने कोहरे का असर देखा जाएगा।
पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ों पर बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। जनवरी के पहले सप्ताह में इन इलाकों में बर्फबारी के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति हाईवे और हवाई सेवाओं को प्रभावित कर सकती है। पहाड़ों से चलने वाली बर्फीली हवाएं पूरे उत्तर भारत में सर्दी के प्रकोप को बढ़ाएंगी।
बिहार और झारखंड में भी गलन का असर
पटना समेत बिहार और झारखंड के अधिकांश इलाकों में पछुआ हवाओं और कोहरे के कारण तापमान में भारी गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक सुबह से शाम तक घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। ठंडी हवाओं के चलते लोगों को दिनभर कंपकंपी का सामना करना पड़ सकता है।
भोपाल में ठंडी हवाओं का एहसास
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी ठंड अपने चरम पर है। शहर के ताल-तलैया और पहाड़ियों के कारण हवा का सतत प्रवाह रहता है, जिससे मौसम का प्रभाव अधिक महसूस होता है। हालांकि, दिन में तापमान थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन सुबह और शाम की ठंडी हवाएं लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर रही हैं।
पर्यावरण और मौसम का संबंध
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पर्यावरणीय जागरूकता का सीधा प्रभाव स्थानीय मौसम पर पड़ता है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों से क्षेत्रीय जलवायु में सकारात्मक बदलाव संभव है।
जनवरी से मार्च तक ठंड का प्रभाव
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुलाबी ठंड मार्च तक बनी रह सकती है। हालांकि जनवरी के पहले सप्ताह में ठंड का असर सबसे अधिक रहेगा। ठंड और कोहरे के इस मौसम में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सावधानी और तैयारी आवश्यक
1. यात्रा में सतर्कता: कोहरे के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है। यात्रा करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें।
2. स्वास्थ्य का ध्यान रखें: ठंड के कारण बुजुर्ग और बच्चों को विशेष देखभाल की आवश्यकता है। गर्म कपड़े पहनें और पर्याप्त गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
3. जरूरी वस्तुओं का प्रबंध: कोहरे और ठंड के कारण आपातकालीन परिस्थितियों के लिए गर्म कपड़े, हीटर और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध रखें।
नया साल, नई शुरुआत
नए साल की ठिठुरन भरी शुरुआत हमें यह याद दिलाती है कि प्रकृति की हर ऋतु का आनंद लेना जरूरी है। सर्दी के इस मौसम में ठंड के साथ गर्मजोशी भरे रिश्ते और सकारात्मक सोच को बनाए रखें। 2025 को सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक तरीके से जीने का संकल्प लें।
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