माहौल की भव्यता और धार्मिक श्रद्धा से भरपूर महाकुम्भ, जो हर बार एक अनूठा धार्मिक उत्सव बनकर सामने आता है, इस बार 2025 में अपने ऐतिहासिक आयोजनों के लिए तैयार है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महाकुम्भ के आयोजन के दौरान तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को महाकुम्भ के आयोजन में किसी भी प्रकार की अड़चन से बचने और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक दृढ़ संकल्पित दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा और सुविधा को लेकर निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में शामिल होने वाले सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि चाहे तीर्थयात्री भारतीय हों या विदेशी, प्रवासी भारतीय हो या प्रयागराजवासी, सबकी सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से महाकुम्भ के दौरान आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, अग्निशमन, घाट सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया। इसके साथ ही उन्होंने सुरक्षा से संबंधित एजेंसियों को 24×7 सक्रिय रहने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
इंटेलिजेंस और एंटी ड्रोन सिस्टम का प्रभावी इस्तेमाल
महाकुम्भ के आयोजन में सुरक्षा के हर पहलू को सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री ने इंटेलिजेंस तंत्र को और मजबूत करने की बात कही। साथ ही, उन्होंने महाकुम्भ के दौरान एंटी ड्रोन सिस्टम के प्रभावी इस्तेमाल का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी अप्रत्याशित घटना को रोका जा सके। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ से संबंधित फर्जी वेबसाइटों और एप्स पर भी चेतावनी दी और ऐसे प्लेटफॉर्म्स के चिन्हांकन और उन्हें बंद करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सामाजिक तंत्र की सक्रियता और पुलिस का सत्यापन अभियान
मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ के आयोजन के दौरान सभी स्ट्रीट वेंडरों, ऑटो रिक्शा चालकों और ई-रिक्शा चालकों के पुलिस सत्यापन को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने प्रयागराज आने वाले सभी अंतर्जनपदीय मार्गों पर ट्रैफिक प्रबंधन के व्यवस्थित प्रबंध करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उनका यह मानना है कि महाकुम्भ के आयोजन में भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने और हर यात्री की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए यह कदम बेहद महत्वपूर्ण हैं।
फेक न्यूज पर कड़ाई और भारतीय संस्कृति की रक्षा
मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ के दौरान सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्म्स पर फैलने वाली फेक न्यूज पर कड़ाई से लगाम लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग भारतीय संस्कृति और परंपराओं से चिढ़कर महाकुम्भ के आयोजन के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं, ऐसे तत्वों को यथोचित जवाब दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के इन निर्देशों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि महाकुम्भ का आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से सफल हो, बल्कि इस दौरान कोई भी गलत जानकारी या अफवाह फैलने से लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा न हो।
महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा
मंगलवार को महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से हर विभाग की कार्य प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने संतों, अखाड़ों और अन्य धार्मिक संस्थाओं के लिए भूमि आवंटन का कार्य पूरा होने पर संतुष्टि व्यक्त की और अधिकारियों से कहा कि साधु-संतों की भावनाओं का सम्मान किया जाए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ के लिए शटल बसों की तैनाती, दिव्यांगजन, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
अवशेष कार्यों की समय सीमा के भीतर पूर्णता
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महाकुम्भ के आयोजन से जुड़ी सभी अवशेष कार्यों को तय समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्रयागराज में स्वच्छता के प्रयासों को बढ़ावा दिया जाए और शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जाए।
महाकुम्भ की भव्यता और सुरक्षा
प्रयागराज में होने वाले महाकुम्भ का आयोजन पूरी दुनिया के धार्मिक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 में महाकुम्भ के दौरान सभी प्रमुख स्नान पर्वों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी, जिससे इस आयोजन की भव्यता और श्रद्धा को और भी बढ़ाया जा सके। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को लेकर प्रयागराजवासियों, संतों और आम नागरिकों से सहयोग की अपील की है ताकि यह आयोजन सफल और सुरक्षित रूप से संपन्न हो सके।
महाकुम्भ 2025 के आयोजन में सुरक्षा, सुविधा और सामूहिक सहयोग के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दृढ़ और समर्पित दृष्टिकोण अपनाया है। उनके द्वारा उठाए गए कदम यह सुनिश्चित करेंगे कि महाकुम्भ का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से यादगार होगा, बल्कि इसके हर पहलू में नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में, महाकुम्भ का आयोजन भारत और दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित, सम्मानजनक और भव्य अनुभव साबित होगा।
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