उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से हो रहे भारी हिमपात और बारिश के कारण ठंड का कहर बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि रविवार को मौसम में मामूली सुधार हुआ, लेकिन ठंड से राहत की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। ठंड का असर अब मैदानी इलाकों में भी साफ तौर पर दिखने लगा है।
पहाड़ों में बढ़ी चुनौतियां जम्मू-कश्मीर में लगातार गिरते तापमान ने हालात और गंभीर कर दिए हैं। कश्मीर घाटी में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। गुलमर्ग में माइनस 8.0 और पहलगाम में माइनस 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और नवयुग सुरंग पर यातायात बहाल कर दिया गया है, लेकिन कई अन्य मार्ग अब भी बंद हैं।
उत्तराखंड में चमोली, गंगोत्री, यमुनोत्री, और बदरीनाथ हाईवे समेत कई मार्ग बर्फ की मोटी चादर से ढके हुए हैं। चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग भी दूसरे दिन बंद रहा। हिमाचल प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग और 300 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं।
पर्यटकों की संख्या बढ़ी, लेकिन जोखिम भी नैनीताल, मसूरी, औली और मनाली जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं। किन्नौर जिले के छितकुल में भारी बर्फबारी के कारण लगभग 50 पर्यटक फंस गए हैं। इनमें से हरियाणा निवासी शुभम भारद्वाज की हालत गंभीर होने पर उन्हें रामपुर के खनेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मैदानी इलाकों में बढ़ा ठंड का असर दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने सोमवार को घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। हरियाणा के बालसमंद में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे यह राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गोरखपुर तक कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। कई जिलों में तापमान 3 से 4 डिग्री तक गिरने की संभावना है। राजस्थान के बीकानेर, चूरू, और उदयपुर समेत कई जिलों में शीतलहर और घने कोहरे का अलर्ट है।
सरकारी प्रयास तेज जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाईवे और प्रमुख मार्गों को साफ करने, बिजली-पानी की आपूर्ति बहाल करने और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर समीक्षा की है। उत्तराखंड में हिमस्खलन की चेतावनी के बाद प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
विशेषज्ञों की सलाह मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और गिरावट की संभावना जताई है। डॉक्टरों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी है। वाहन चालकों को घने कोहरे में यात्रा करते समय सावधानी बरतने को कहा गया है।
उत्तर भारत में ठंड और बर्फबारी से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पर्यटकों को भी यात्रा से पहले मौसम की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
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