मणिपुर:- हिंसा का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। इंफाल पूर्वी जिले के दो गांवों, सनासाबी और थमनापोकपी, पर कुकी उग्रवादियों द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी ने शांति व्यवस्था को गहरा आघात पहुंचाया है। इस घटना में एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक घायल हो गए। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस हिंसा की तीव्र निंदा की और इसे शांति व सद्भाव पर हमला बताया।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर घटना की निंदा करते हुए कहा, “इंफाल पूर्व के सनासाबी और थमनापोकपी में कुकी आतंकवादियों द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी में नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। निर्दोष लोगों पर यह कायरतापूर्ण हमला शांति और सद्भाव को ठेस पहुंचाने वाला है।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार शांति और एकता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी चुनौतियों का मजबूती से सामना करेगी।
घायलों को सहायता और सुरक्षा इंतजाम
घटना के बाद प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस से समन्वय बनाकर काम करने का आग्रह किया ताकि ऐसी घटनाओं पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके।
घटना का विवरण
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुबह करीब 10:45 बजे पहाड़ी की चोटी से हथियारबंद उग्रवादियों ने सनासाबी गांव और आसपास के इलाकों पर गोलीबारी और बम फेंकने शुरू कर दिए। इससे इलाके में दहशत फैल गई। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन 11:30 बजे उग्रवादियों ने थमनापोकपी गांव पर भी हमला कर दिया।
ग्रामीणों की दुर्दशा
इस हिंसा ने ग्रामीणों को भय और असुरक्षा के माहौल में धकेल दिया है। घटनास्थल के वीडियो में बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों को गोलियों की आवाज के बीच भागते हुए देखा जा सकता है। एक बुजुर्ग महिला को अपनी पीठ पर ले जाते हुए व्यक्ति ने कहा, “वे हर जगह से गोलीबारी कर रहे हैं।”
सरकार का रुख
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि वह शांति और सद्भाव को प्रभावित करने वाले किसी भी तत्व के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी। केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे आपसी समन्वय से ऐसी हिंसक घटनाओं का सामना करें।
मणिपुर की यह घटना एक बार फिर राज्य में व्याप्त तनावपूर्ण स्थिति को उजागर करती है। सरकार और सुरक्षाबलों की सतर्कता के बावजूद हिंसा की यह घटना चिंताजनक है। इस चुनौतीपूर्ण समय में राज्य सरकार की प्राथमिकता शांति बहाल करना और निर्दोष नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना है।
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