साहिबाबाद:- पुलिस ने सोमवार रात इंदिरापुरम के अभयखंड इलाके से क्रेडिट और डेबिट कार्ड ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी रिवॉर्ड पॉइंट रिडीम करने का झांसा देकर लोगों को अपना शिकार बनाते थे। गिरोह ने पिछले 11 महीनों में 36 लोगों से लाखों रुपये की ठगी की।
गिरफ्तार आरोपी और उनके ठगी के तरीके पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं: 1. अजीत उर्फ अरविंद (गिरोह का सरगना): दिल्ली के मयूर विहार फेज-3 निवासी, पूर्व में भी धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है। 2. रोबिन: गंगा विहार, दिल्ली का निवासी। 3. आलोक: कानपुर देहात के रसूलाबाद क्षेत्र का निवासी। 4. रिजवान: बहराइच के भुबकापुर का निवासी।
गिरोह का एक और सदस्य विनीत अभी फरार है।
ठगी की तकनीक: फर्जी दस्तावेज और आधुनिक तकनीक का दुरुपयोग 1. फर्जी दस्तावेज और सिम का इस्तेमाल आरोपी आधार और पैन कार्ड को एडिट कर फर्जी नाम-पते तैयार करते थे। फर्जी दस्तावेजों के जरिए अलग-अलग सिम कार्ड खरीदते और बैंकों में खाते खोलते।
2. लिंक भेजकर मोबाइल का नियंत्रण क्रेडिट/डेबिट कार्ड धारकों को बैंक कर्मचारी या कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फोन करते। रिवॉर्ड पॉइंट रिडीम करने का लालच देकर उन्हें एक लिंक भेजते। लिंक पर क्लिक करने के बाद पीड़ित के मोबाइल का कंट्रोल उनके पास आ जाता।
3. रुपयों की निकासी खातों से निकाले गए पैसे फर्जी बैंक खातों में जमा किए जाते। इन खातों से चेकबुक और डेबिट कार्ड का उपयोग कर राशि निकाल लेते।
गिरोह का संचालन और गिरफ्तारी अजीत ने जनवरी 2024 में जेल से छूटने के बाद अपने साथी विनीत के नाम पर फर्जी दस्तावेज के जरिए आरएच इंटरप्राइजेज नाम से एक फर्म शुरू की और इंदिरापुरम में कार्यालय खोला। यहीं से ठगी का गिरोह संचालित किया जा रहा था।
पुलिस ने इन अपराधियों के पास से बरामद किया: 22 क्रेडिट/डेबिट कार्ड 24 चेकबुक 4 स्वाइप मशीन फर्जी दस्तावेज और अन्य उपकरण
पुलिस की कार्रवाई और एसीपी का बयान एसीपी रजनीश उपाध्याय ने बताया कि गिरोह का सरगना अजीत पहले भी धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस बार अजीत ने अधिक संगठित तरीके से ठगी को अंजाम दिया। पुलिस ने गिरोह के फरार सदस्य विनीत की गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज कर दिया है।
जागरूकता की जरूरत यह घटना बताती है कि कैसे ठग रिवॉर्ड पॉइंट जैसे प्रलोभनों का सहारा लेकर भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध कॉल्स के प्रति सतर्क रहें।
पुलिस की इस कार्रवाई से न केवल एक बड़े ठगी गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, बल्कि यह भी स्पष्ट हुआ है कि ठगी करने वाले अब तकनीक और फर्जी दस्तावेजों का दुरुपयोग कर रहे हैं। लोगों को सतर्क रहकर डिजिटल लेनदेन और रिवॉर्ड से जुड़ी कॉल्स को नजरअंदाज करना चाहिए।
“सावधानी ही सुरक्षा है, किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें और ठगी के ऐसे मामलों से सतर्क रहें।”
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