मुरादनगर:- कम कीमत पर सोने के सिक्के देने का लालच देकर ठगों के गिरोह ने आगरा निवासी राधेश्याम वर्मा से नौ लाख रुपये की ठगी कर ली। यह घटना पुलिस और लोगों के लिए एक चेतावनी है कि ठग नए और चतुर तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं।
कैसे हुआ ठगी का जाल तैयार?
राधेश्याम वर्मा कुछ दिनों पहले बनारस गए थे, जहां उनकी मुलाकात पायल नाम की एक युवती से हुई। पायल ने दावा किया कि उसका एक जानकार कम कीमत पर असली सोने के सिक्के बेच रहा है। अपनी बात को साबित करने के लिए पायल ने उन्हें एक असली सोने का सिक्का भी दिया।
युवती के इस कदम से राधेश्याम को उसकी बातों पर विश्वास हो गया। पायल ने उन्हें बताया कि उसके पास अभी 3002 और सिक्के हैं, जिन्हें वह बेहद सस्ते दामों में बेच सकती है। राधेश्याम ने इस सुनहरे मौके का फायदा उठाने का फैसला किया और बाकी सिक्के खरीदने के लिए हामी भर दी।
ठगी की योजना को अंजाम
23 दिसंबर को राधेश्याम अपने परिवार के साथ मेरठ पहुंचे। इस दौरान पायल ने उन्हें बार-बार कॉल कर अलग-अलग स्थानों पर बुलाया। पहले बरेली रोड और फिर दुहाई में, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर रुकने को कहा।
जब राधेश्याम दुहाई पहुंचे, तो पायल अपने साथियों के साथ वहां मौजूद थी। उसने नौ लाख रुपये की पूरी रकम ले ली और कुछ समय बाद वहां से गायब हो गई। ठगों ने इतनी चालाकी से योजना बनाई कि राधेश्याम को धोखा समझने का मौका तक नहीं मिला।
शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुटी
घटना के बाद राधेश्याम ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस अधिकारी एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि मामला गंभीर है और ठगों का गिरोह जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पुलिस टीम ठगों के नेटवर्क और पायल के अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
ठगी के गिरोह का नया तरीका
यह घटना दिखाती है कि ठग आजकल लोगों को लुभाने के लिए नई और अनोखी योजनाएं बना रहे हैं। असली सोने का सिक्का दिखाकर ठगों ने न केवल राधेश्याम का भरोसा जीता, बल्कि उन्हें बड़े नुकसान में डाल दिया।
पुलिस की चेतावनी और सतर्कता
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह के लालच में न फंसे। असली सोना या अन्य मूल्यवान वस्तुएं खरीदते समय विश्वसनीय स्रोतों से ही लेन-देन करें। अनजान व्यक्तियों के साथ वित्तीय सौदेबाजी करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल जरूर करें।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
यह घटना एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि लालच से बचकर सतर्कता बरतना कितना आवश्यक है। ठगी के बढ़ते मामलों के बीच हर व्यक्ति को अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहना चाहिए। पुलिस को भी ठगों के गिरोह पर नकेल कसने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
“लालच में फंसकर ठगी का शिकार न बनें। अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें।”
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