गाजियाबाद:- विकास भवन में मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. मीनाक्षी भराला ने महिलाओं की समस्याओं को सुनने और समाधान करने के लिए जनसुनवाई आयोजित की। इस कार्यक्रम में महिलाओं की समस्याओं को सुनकर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
पुलिसकर्मी पर गंभीर आरोप खोड़ा थाना क्षेत्र की एक महिला ने जनसुनवाई के दौरान पुलिसकर्मी पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाया। महिला ने बताया कि जब वह प्रताड़ना और दुष्कर्म की शिकायत करने थाने गईं, तो पुलिसकर्मियों ने उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। आरोप है कि थाने में ही एक पुलिसकर्मी ने उनके साथ दुष्कर्म किया। महिला ने यह भी बताया कि आरोपी व्यक्ति और उसकी मां मिलकर अभी भी उन्हें धमकियां दे रहे हैं और उनके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
डॉ. मीनाक्षी भराला ने मामले की गंभीरता को समझते हुए एसीपी क्राइम श्वेता यादव को 24 घंटे के भीतर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए। अपनी आपबीती सुनाते हुए पीड़ित महिला बेहोश हो गईं, जिसे तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतें और समस्याओं का निस्तारण इस जनसुनवाई में मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करने वाली 20 से अधिक महिलाओं ने अपनी समस्याएं साझा कीं। सबसे अधिक शिकायतें पुलिस विभाग से जुड़ी रहीं। कुछ महिलाओं ने बताया कि महिला थाने के अधिकारी और कर्मचारी उनके साथ सही व्यवहार नहीं करते। इस पर महिला आयोग की सदस्य ने संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई और फरियादियों के साथ अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिए।
14 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला मसूरी इलाके की एक महिला ने अपनी 14 वर्षीय बेटी के साथ हुए दुष्कर्म का मामला उठाया। उन्होंने बताया कि आरोपी जल्द ही जमानत पर रिहा हो गए और उन पर गंभीर धाराएं नहीं लगाई गईं। डॉ. भराला ने इस मामले में भी सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बिल्डर की लापरवाही पर शिकायत जनसुनवाई के दौरान एक महिला ने बताया कि बिल्डर ने उन्हें फ्लैट बेच दिया, लेकिन छह महीने से बिजली कनेक्शन नहीं दिया गया है। वह अभी भी मोमबत्ती और इमरजेंसी लाइट का उपयोग कर अपना काम चला रही हैं। बिल्डर केवल आश्वासन देता है, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल रहा।
आंगनबाड़ी केंद्र और वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण डॉ. मीनाक्षी भराला ने सुबह भोजपुर ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने बच्चों से बातचीत की और सुपोषण दिवस के तहत अन्नप्राशन और गोदभराई कार्यक्रम में हिस्सा लिया। ब्लॉक प्रमुख सुचेता सिंह और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में उन्होंने केंद्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इसके बाद, महिला आयोग की सदस्य ने संजयनगर स्थित वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की और केंद्र को और अधिक सशक्त बनाने के निर्देश दिए।
गाजियाबाद में महिला आयोग की इस जनसुनवाई ने महिलाओं को अपनी समस्याएं साझा करने का मंच दिया। डॉ. मीनाक्षी भराला की सक्रियता से कई मामलों में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित हुई। यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम है।
Discussion about this post