गाजियाबाद:- मोदीनगर के निवाड़ी क्षेत्र के याकूतपुर मवी गांव में धर्म परिवर्तन के एक नए मामले ने हड़कंप मचा दिया है। शनिवार को ओमप्रकाश कॉलोनी में रहने वाली मधु वाल्मीकि के मकान में महिलाओं और बच्चों के धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की गई। पुलिस ने मौके पर कार्रवाई करते हुए दो पादरियों सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
घटना का विवरण बजरंग दल के नेता मधुर नेहरा की शिकायत पर पुलिस ने पादरी दीप (निवासी हापुड़), पादरी उमेश (निवासी मोदीनगर) और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3 और 5(1) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
शिकायत के अनुसार मौके से नकदी, ईसाई धर्म से संबंधित किताबें और अन्य पूजा सामग्री बरामद की गई। आरोप है कि महिलाओं और बच्चों को पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश हो रही थी। पादरी पुलिस की कार्रवाई से पहले दीवार फांदकर भाग गए।
पुलिस का बयान और कार्रवाई एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी फुटेज और बाइक नंबर की मदद से फरार आरोपियों की पहचान की जा रही है। खुफिया विभाग ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए इलाके में पूछताछ शुरू कर दी है।
पुराने मामलों से कनेक्शन यह पहली बार नहीं है जब धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। डेढ़ साल पहले, जुलाई 2023 में मोदीनगर के गांव शाहजहांपुर में भी धर्म परिवर्तन का एक मामला सामने आया था। उस घटना में हापुड़ के सुदना निवासी पादरी महेंद्र और उनकी पत्नी का नाम आया था। वे कमजोर वर्ग और अनुसूचित जाति के लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराते थे। पादरी महेंद्र ने “बैथहलम गोस्लम” नाम का ट्रस्ट बनाकर यह गतिविधि संचालित की थी।
खुफिया विभाग की सक्रियता शनिवार की घटना के बाद खुफिया विभाग ने भी अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। विभाग की टीम ने याकूतपुर मवी और आसपास की कॉलोनियों में जाकर स्थानीय निवासियों से पूछताछ की। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इस तरह की गतिविधियों में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।
धर्म परिवर्तन के प्रयास पर बढ़ती चिंता इस घटना ने धर्म परिवर्तन को लेकर समाज में बढ़ती चिंता को फिर उजागर किया है। कमजोर वर्ग और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को निशाना बनाकर उन्हें लालच देने की घटनाएं चिंता का विषय हैं। प्रशासन और पुलिस को इन घटनाओं पर कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
धर्म परिवर्तन के इस मामले ने स्थानीय प्रशासन और खुफिया विभाग को सतर्क कर दिया है। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है। समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करना जरूरी है। यह घटना केवल कानून का उल्लंघन नहीं है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचाती है।
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