ठंड व मौसम में उतार-चढ़ाव: दिल्ली-एनसीआर से उत्तर भारत तक का हाल

सर्दी का मौसम पूरे उत्तर और मध्य भारत में अपने प्रकोप के साथ दस्तक दे चुका है। तापमान गिरते ही ठिठुरन भी बढ़ रही है, जिससे लोगों को सर्दी का अहसास हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और हिमालयी क्षेत्रों में भी मौसम का असर दिख रहा है। पहाड़ी राज्यों में हिमपात की संभावना भी बढ़ गई है। इस मौसम में दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में कोहरा भी छाया रहा और वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है, जिसके कारण ग्रैपी चरण IV उपाय लागू किए गए हैं।
दिल्ली-एनसीआर में हालात
दिल्ली-एनसीआर में तापमान गिरने के साथ ही ठिठुरन बढ़ गई है। मंगलवार को राजधानी पटना सहित प्रदेश के मौसम में बदलाव की स्थिति बनी हुई है। आंशिक रूप से बादल छाए रहने के कारण रात का तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री ऊपर बना हुआ है। दिन के तापमान में खास बदलाव की संभावना नहीं है। पटना का न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे चला गया है।
उत्तर भारत और हिमालयी क्षेत्रों में स्थिति
उत्तराखंड में बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब में हिमपात हुआ है, वहीं हिमाचल प्रदेश के लाहुल-स्पीति में ताबो में तापमान माइनस 6.4 डिग्री सेल्सियस रहा। पहाड़ी क्षेत्रों में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। उत्तर भारत के कई राज्यों में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जा रहा है।
झारखंड और मध्य भारत की स्थिति
झारखंड में कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में थोड़ी राहत मिल सकती है। कांके जिला राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रहा। हिसार में भी शीतलहर का सामना करना पड़ा, जहां सोमवार को न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री था और मंगलवार को यह 1.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
वायु गुणवत्ता और सुरक्षा उपाय
एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अधिक खराब श्रेणी में पहुंच गया है, जिससे वायु गुणवत्ता पर असर पड़ा है। ग्रैपी चरण IV उपायों के तहत गुरुग्राम में सरकारी ऑफिस के समय में बदलाव किया गया है, और प्राइवेट संस्थानों में घर से काम करने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत और मध्य भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में हिमपात की संभावना है और मैदानों में ठिठुरन बढ़ गई है। सरकार की ओर से सुरक्षा उपाय भी लागू किए गए हैं, जैसे कि ग्रैपी चरण IV उपाय और हवा की गुणवत्ता की निगरानी। लोगों को ठंड के इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
Exit mobile version