गाजियाबाद:- लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के मुद्दे को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) को पत्र लिखा है। उन्होंने इन अवैध घुसपैठियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
विधायक गुर्जर का कहना है कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिए राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार इन घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है।
आप पर गंभीर आरोप विधायक ने आम आदमी पार्टी के नेताओं, जिनमें अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, हाजी यूनुस और अमानतुल्ला खान का नाम शामिल है, पर आरोप लगाया कि ये नेता वोट बैंक की राजनीति के तहत बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को समर्थन और संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “क्या आप के किसी विधायक ने कभी पुलिस या प्रशासन को बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ कोई पत्र लिखा है?”
सख्त कार्रवाई की मांग विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने एलजी से अपील की कि इन घुसपैठियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए।
वोट बैंक की राजनीति का आरोप विधायक का दावा है कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या अवैध रूप से भारत में रहकर विभिन्न अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं और इससे स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा को खतरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते इन्हें संरक्षण दिया जा रहा है, जो राष्ट्रहित के खिलाफ है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि गौरतलब है कि लोनी क्षेत्र में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ का मुद्दा लंबे समय से विवाद का विषय रहा है। इससे पहले भी इस मुद्दे पर बहस होती रही है, लेकिन अब विधायक द्वारा सीधे एलजी को पत्र लिखकर कड़ी कार्रवाई की मांग करना इस विषय को और अधिक गंभीर बना देता है।
विधायक की मांग 1. बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। 2. इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। 3. राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत इन्हें दंडित किया जाए। 4. इन घुसपैठियों को संरक्षण देने वाले नेताओं पर भी मुकदमा दर्ज किया जाए।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर का यह पत्र न केवल लोनी बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है। जहां उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ पर कड़ा रुख अपनाया है, वहीं यह मामला राजनीतिक दलों के बीच टकराव का कारण बन सकता है। अब देखना यह होगा कि इस मुद्दे पर प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व क्या कदम उठाते हैं।
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