गाजियाबाद:- साहिबाबाद पुलिस ने अर्थला मेट्रो स्टेशन के पास करीब 1,000 करोड़ रुपये की जमीन को अपनी बताकर धोखाधड़ी करने वाले फरार आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने इस जमीन का फर्जी सौदा कर करीब डेढ़ करोड़ रुपये की टोकन मनी भी हड़प ली थी।
आरोपित पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है। पुलिस पहले ही उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जिनमें से तीन को जमानत मिल चुकी है।
32 एकड़ जमीन पर हुआ फर्जीवाड़ा डीसीपी ट्रांस हिंडन, निमिष पाटिल ने बृहस्पतिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि साहिबाबाद के निवासी राजकुमार अग्रवाल की करीब 32 एकड़ जमीन, जो अर्थला मेट्रो स्टेशन के पास खाली पड़ी थी, को फर्जी तरीके से अपना बताकर सात लोगों से डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की गई।
पुलिस ने मुख्य आरोपित राजकुमार गर्ग, निवासी अबूपुरा, मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया है। राजकुमार वर्तमान में माधवपुरम, मेरठ में अपने परिवार के साथ किराये के मकान में रह रहा था।
पहचान बदलकर की धोखाधड़ी राजकुमार गर्ग ने अपनी पहचान बदलने के लिए पहले आधार कार्ड में अपना नाम राजकुमार गर्ग से राजकुमार अग्रवाल किया। इसके बाद नए नाम पर पैन कार्ड बनवाया और बैंक खाता खोला। उसने फर्जी पहचान के जरिए पासपोर्ट भी बनवा लिया।
राजकुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर रविंद्र सिंह (निवासी मंडोली, दिल्ली) और दिलीप सिंह (निवासी शाहदरा, दिल्ली) सहित सात लोगों से जमीन अपनी बताकर फर्जी डीड बनाई और टोकन मनी के नाम पर उनसे पैसे ठगे।
जमीन के फर्जीवाड़े में कई मुकदमे दर्ज आरोपित राजकुमार गर्ग पर जमीन से जुड़े फर्जीवाड़े के सात मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने पहले ही उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिनमें से तीन को जमानत मिल चुकी है, जबकि एक अभी भी डासना जेल में बंद है।
फर्जी तरीके से ग्राहक फंसाता था पुलिस के मुताबिक, आरोपित प्रॉपर्टी डीलरों के जरिए अर्थला की जमीन के सौदे की बातें करता और नए ग्राहकों को फंसाने के लिए उनकी मदद लेता था। सौदा तय होने के बाद वह अग्रिम धनराशि लेकर अपना संपर्क तोड़ देता था।
साहिबाबाद पुलिस ने इस बड़ी कार्रवाई से फर्जीवाड़े के रैकेट पर लगाम लगाई है और अन्य आरोपितों की भी तलाश जारी है।
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