भारत बनाम पाकिस्तान: रेलवे विकास में कौन है आगे?

भारत और पाकिस्तान के रेलवे नेटवर्क की तुलना में, भारत ने रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण में उल्लेखनीय प्रगति की है, जबकि पाकिस्तान अभी भी इस क्षेत्र में संघर्ष कर रहा है। यहाँ दोनों देशों की रेल व्यवस्थाओं का तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है:
रेलवे नेटवर्क की लंबाई
भारत:- भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 68,000 किलोमीटर है, और इसमें 94% से अधिक मार्ग विद्युतीकरण हो चुका है। भारत 2024 तक 100% विद्युतीकरण का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
पाकिस्तान:- पाकिस्तान का रेलवे नेटवर्क लगभग 7,791 किलोमीटर लंबा है, और इसका विद्युतीकरण बहुत सीमित है। अधिकांश पाकिस्तानी इंजन अभी भी डीजल पर निर्भर हैं।
इंजन की संख्या और उत्पादन
भार
कुल इंजन (2023 तक): 10,238 इलेक्ट्रिक और 4,543 डीजल इंजन।
वार्षिक उत्पादन: भारत प्रत्येक वर्ष औसतन 200-300 नए इंजन बनाता है, जिसमें इलेक्ट्रिक इंजन की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारतीय रेलवे ने अत्याधुनिक उच्च-हॉर्सपावर इंजन (जैसे WAG12B) और सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनों (जैसे वंदे भारत) का उत्पादन शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान:
कुल इंजन: लगभग 460-500 इंजन, जिनमें अधिकांश डीजल इंजन हैं।
वार्षिक उत्पादन: पाकिस्तान में स्थानीय स्तर पर इंजन का उत्पादन सीमित है, और उसे बाहरी देशों पर निर्भर रहना पड़ता है।
विद्युतीकरण और ईंधन उपयोग
भारत: भारतीय रेलवे विद्युतीकरण की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। यह तेल आयात पर निर्भरता कम कर रहा है और सस्ती तथा हरित ऊर्जा का उपयोग कर रहा है। 2024 तक, भारत रेलवे को 100% कार्बन-न्यूट्रल बनाने का लक्ष्य रखता है।
पाकिस्तान: पाकिस्तान में रेलवे का विद्युतीकरण धीमी गति से हो रहा है और डीजल पर निर्भरता अधिक है, जिससे ईंधन लागत और पर्यावरणीय प्रभाव बढ़ जाता है।
यात्रियों और माल ढुलाई
भारत: भारतीय रेलवे प्रतिदिन 2.3 करोड़ यात्रियों और 13 लाख टन माल ढुलाई करता है, जो इसे विश्व में सबसे व्यस्त रेल नेटवर्क में से एक बनाता है।
पाकिस्तान: पाकिस्तान रेलवे यात्रियों और माल ढुलाई दोनों में भारत से काफी पीछे है, और उसकी वार्षिक आय भी सीमित है।
प्रगति और चुनौतियाँ
भारत ने आधुनिक इंजन, स्वदेशी उत्पादन, और हरित ऊर्जा की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं, जबकि पाकिस्तान अपनी आधारभूत संरचना के रखरखाव और विस्तार में संघर्ष कर रहा है। भारतीय रेलवे में सतत निवेश और नवाचार इसे पाकिस्तान से बहुत आगे ले गए हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच रेलवे नेटवर्क और प्रौद्योगिकी में स्पष्ट अंतर है। भारतीय रेलवे का विद्युतीकरण, स्वदेशी उत्पादन, और आधुनिक इंजन उपयोग यह दर्शाता है कि भारत न केवल तेज़ी से प्रगति कर रहा है, बल्कि भविष्य के लिए पर्यावरण के अनुकूल प्रणाली भी तैयार कर रहा है। पाकिस्तान को अपनी संरचना और तकनीकी विकास के लिए व्यापक सुधार और निवेश की आवश्यकता है।
Exit mobile version