लोनी का स्कूल बना डंपिंग ग्राउंड: शिक्षा के मंदिर में कूड़े का ढेर

गाजियाबाद:- जिले में कूड़ा निस्तारण की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। अब स्थिति यह हो गई है कि लोनी नगर पालिका ने एक स्कूल परिसर को ही डंपिंग ग्राउंड बना दिया है। इस शर्मनाक स्थिति का खुलासा तब हुआ, जब जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने निरीक्षण के दौरान देखा कि मुस्तफाबाद स्थित मॉडल बालक इंटर कॉलेज में शिक्षा के बजाय कूड़े के ढेर लगाए जा रहे हैं।
शिक्षा का स्थान बना कूड़े का ठिकाना
मुस्तफाबाद मॉडल बालक इंटर कॉलेज को बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम (एमएसडीपी) के तहत 2019 में अल्पसंख्यक विभाग द्वारा बनाया गया था। इसके निर्माण के बाद विद्यालय को शिक्षा विभाग को सौंप दिया गया। लेकिन महामारी के कारण प्रक्रिया ठप हो गई और विद्यालय छात्रों के बजाय कचरा फेंकने का स्थान बन गया।
प्रेमनगर विद्यालय पर बढ़ा बोझ
मुस्तफाबाद कॉलेज के डंपिंग ग्राउंड बनने के कारण छात्रों की पढ़ाई के लिए प्रेमनगर स्थित बालिका विद्यालय में व्यवस्था की गई है। फिलहाल, इस विद्यालय में कक्षा 9 से 12 तक के लगभग 400 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। यहां पहले से ही सीमित संसाधनों के बीच शिक्षण कार्य चल रहा था, लेकिन अब अतिरिक्त छात्रों का बोझ और बढ़ गया है।
शिकायत पर कार्रवाई का इंतजार
जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी और नगर पालिका अधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत की है। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल को कोरोना महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था, जिससे प्रशासनिक प्रक्रिया ठहर गई। अब जब स्कूल को संचालित करने का समय आया, तो यह डंपिंग ग्राउंड बना मिला।
समाधान की जरूरत
यह स्थिति केवल प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम नहीं है, बल्कि समाज की शिक्षा के प्रति उदासीनता को भी दर्शाती है। एक ओर जहां शिक्षा को सशक्त भारत की नींव माना जाता है, वहीं दूसरी ओर विद्यालयों को कूड़ा फेंकने का स्थान बनाना देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। अब सभी की निगाहें प्रशासन पर हैं कि वह इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और कब तक समाधान निकालेगा।
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