गाजियाबाद में 30 साल बाद लौटा ‘राजू’, सच्चाई की तलाश में दो राज्यों की पुलिस

गाजियाबाद:- एक युवक, राजू उर्फ भीम सिंह, 30 साल बाद अपने घर लौट आया, और परिवार में खुशी का माहौल था। मां और बहनें खुशी के मारे झूम उठीं। लेकिन जब एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई, तो सब चौंक गए। दरअसल, यह वही राजू था, जिसने 5 महीने पहले देहरादून के पटेल नगर में कपिल देव शर्मा के घर मोनू के नाम से पहचान बनाई थी, जो 16 साल पहले लापता हुआ था।
शनिवार को यह जानकारी सामने आने पर, यूपी और उत्तराखंड पुलिस दोनों ही इस मामले की जांच में जुट गईं। अभी तक यह रहस्य स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राजू और मोनू के रूप में दोनों परिवारों की भावनाओं से खेल रहे इस युवक की असलियत क्या है। क्या वह किसी के बेटे के रूप में खुद को प्रस्तुत कर रहा है, या फिर कोई शातिर योजना है, यह सवाल अब भी अनसुलझा है।
गाजियाबाद पुलिस के पास अब केवल एक विकल्प बचा है: युवक की डीएनए जांच कराई जाए। इस बीच, देहरादून पुलिस ने भी कपिल शर्मा और उनकी पत्नी से पूछताछ की है, जबकि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
राजू ने खोड़ा पुलिस को बताया था कि 30 साल पहले एक ट्रक चालक ने उसका अपहरण कर राजस्थान ले जाया था, जहां वह भेड़-बकरी चराने और खेतों में काम करने पर मजबूर था। बाद में एक ट्रक चालक उसे दिल्ली ले आया, और गाजियाबाद पहुंचने पर वह पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस द्वारा मीडिया में जानकारी जारी करने पर, राजू के परिवार के सदस्य उसे पहचानने के लिए थाने पहुंचे और मां ने बचपन की चोट और तिल को देखकर उसे गले लगा लिया, यह सोचकर कि उनका लापता बेटा वापस आ गया।
लेकिन शनिवार को पुलिस को यह जानकारी मिली कि वह युवक देहरादून में मोनू के रूप में चार महीने तक कपिल शर्मा के घर रह चुका था। उसने वही कहानी सुनाई थी, हालांकि यहां वह 15 साल पहले लापता हुए मोनू के रूप में खुद को पेश कर रहा था।
अब पुलिस राजू से नए सिरे से पूछताछ कर रही है, और 21 नवंबर को दिल्ली में नौकरी मिलने की बात कहकर घर से निकलने का खुलासा हुआ। जब पुलिस ने उसकी जांच तेज़ की, तो शुक्रवार की रात युवक ने तुलेराम के घर से भागने का प्रयास किया। इस घटनाक्रम से यह भी आशंका है कि राजू किसी ठग गिरोह से जुड़ा हो सकता है। पुलिस ने उसकी तस्वीरों के जरिए उसका आपराधिक इतिहास खंगालने की कोशिश की, लेकिन कुछ खास जानकारी नहीं मिल पाई।
अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस युवक का असली नाम क्या है, और वह किन परिवारों के बीच अपनी पहचान बदलकर खेल रहा है। गाजियाबाद और देहरादून पुलिस मामले की गहरी जांच कर रही हैं, और इस रहस्यमयी कहानी का खुलासा होने का इंतजार किया जा रहा है।
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