गाजियाबाद:- लोनी क्षेत्र में रविवार को एक संयुक्त छापेमारी की गई, जिसमें पीसीपीएनडीटी टीम ने गुरुग्राम से आकर यहां लिंग परीक्षण कराने वाली गर्भवती महिलाओं के खिलाफ कार्रवाई की। यह छापेमारी देव डायग्नोस्टिक सेंटर पर की गई, जहां चिकित्सक की अनुपस्थिति में अवैध रूप से लिंग परीक्षण किया जा रहा था।
स्वास्थ्य विभाग और पीसीपीएनडीटी टीम ने सूचना मिलने के बाद लोनी के इस सेंटर पर छापा मारा। छापे के दौरान सेंटर पर मौजूद अल्ट्रासाउंड ऑपरेटर सुमित कुमार द्वारा लिंग परीक्षण किया जा रहा था। हालांकि, सेंटर पर पंजीकृत चिकित्सक डॉ. गौरव गुप्ता अनुपस्थित थे, बावजूद इसके उनके हस्ताक्षर कई खाली रिपोर्टों पर किए गए थे।
टीम ने मौके पर पहुंचकर अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया और सेंटर में काम कर रहे पांच व्यक्तियों—डॉ. गौरव गुप्ता, सचिन, एमके गुप्ता, अमित कुमार, तोपेश उर्फ विनय, और अमन—के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि यदि चिकित्सक की इस अपराध में भागीदारी सिद्ध होती है, तो उसका पंजीकरण रद्द कराने के लिए उत्तर प्रदेश मेडिकल काउंसिल को पत्र लिखा जाएगा।
एसीपी सूर्यबली मौर्य ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी की कोई धारा नहीं होने के कारण उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। यह कार्रवाई महिलाओं के कल्याण और लिंग परीक्षण जैसे अवैध कृत्यों को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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