गाजियाबाद:- नगर निगम ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए संपत्ति कर वसूली की प्रक्रिया को तेज़ी से लागू किया है। शहर में एक लाख से ज्यादा पुराने संपत्ति करदाताओं को पहले ही नोटिस भेजे जा चुके हैं, और अब 25,000 नए फ्लैट मालिकों को गृहकर का नोटिस जारी किया गया है। इन मालिकों से जल्द कर वसूलने के लिए नगर निगम ने निर्देश दिए हैं, ताकि नगर निगम की आय में बढ़ोतरी हो सके।
इस वित्तीय वर्ष में संपत्ति कर का दायरा 4.52 लाख से बढ़कर 5.5 लाख संपत्तियों तक पहुंच चुका है, जिसमें बहुमंजिला इमारतों के लगभग 1.25 लाख फ्लैट शामिल हैं। इनमें से 25,000 नए फ्लैट मालिकों से पहली बार संपत्ति कर वसूला जाएगा। यदि वे समय पर कर का भुगतान नहीं करते हैं, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम ने 50-50 बड़े बकायेदारों से वसूली के लिए नोटिस जारी किए हैं और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने अधिकारियों को कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में 295 करोड़ रुपये संपत्ति कर वसूला गया था, और इस बार 415 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है।
संपत्ति कर के भुगतान में 30 नवंबर तक छूट का भी प्रावधान है, लेकिन इसके बाद पांच प्रतिशत की छूट खत्म हो जाएगी। इस अवसर का लाभ उठाने के लिए नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे समय पर कर का भुगतान करें।
इस बीच, महापौर सुनीता दयाल ने एक पत्र के माध्यम से जोनल प्रभारियों को निर्देश दिया है कि डीएम सर्किल रेट से कर वसूली पर रोक लगाई जाए, क्योंकि सदन में यह प्रस्ताव पास हो चुका है कि पुराने सर्किल रेट के आधार पर गृहकर लिया जाएगा।
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