गाजियाबाद:- विजयनगर क्षेत्र की रहने वाली आकृति सिंह को साइबर ठगों ने उपन्यास लिखने का काम देने का झांसा देकर 9.30 लाख रुपये की ठगी कर ली। शुरूआत में तो उन्हें इंस्टाग्राम पर एक वर्क फ्रॉम होम का विज्ञापन मिला, जिसमें उपन्यास लिखने के लिए टास्क दिया गया था, जिसे पूरा करने पर उन्हें तीन से चार हजार रुपये मिलने का वादा किया गया था। हालांकि, जल्द ही यह मामला धोखाधड़ी में बदल गया।
कैसे हुआ ठगी का शिकार ?
आकृति ने विज्ञापन देखकर पंजीकरण के लिए संपर्क किया और पहले 750 रुपये की फीस दी। इसके बाद, ठगों ने कई बार आधार कार्ड और बैंक खातों में समस्या का हवाला देते हुए उनसे लगातार पैसे मांगने शुरू कर दिए। वह लगातार पैसे ट्रांसफर करती गईं और कुल मिलाकर 9.30 लाख रुपये अलग-अलग खातों में भेज दिए।
जब आकृति को यह एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुकी हैं और कोई काम नहीं हुआ, तो उन्होंने साइबर अपराध थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि ठगी गई रकम को फ्रीज करने के प्रयास किए जा रहे हैं और जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए हैं, उनकी जांच की जा रही है।
साइबर ठगों से सावधानी बरतें
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि साइबर ठगों से सावधान रहना कितना जरूरी है। इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर वर्क फ्रॉम होम के आकर्षक ऑफर अक्सर धोखाधड़ी का हिस्सा होते हैं। पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
आकृति के मामले ने यह महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि ऑनलाइन कार्यों और विज्ञापनों के प्रति सतर्क रहना और किसी भी संदिग्ध ऑफर से बचना जरूरी है।
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