गाजियाबाद:- मुरादनगर में एक प्रमुख डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक मोहम्मद वाजिद को भ्रूण लिंग परीक्षण करते हुए गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी 18 दिन पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा सील की गई एक मशीन के जरिए की गई, जिसका अवैध रूप से उपयोग किया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग ने वाजिद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है और जांच शुरू कर दी है।
सील की गई मशीन से किया लिंग परीक्षण
प्रीकांस्पेट प्री-नेटल डायग्नोस्टिक टेक्नीक (PCPNDT) अधिनियम के तहत मुरादनगर में यह छापा एक संयुक्त कार्रवाई के दौरान मारा गया, जिसमें गाजियाबाद और गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम शामिल थी। डिकोय ग्राहक के माध्यम से यह मामला उजागर हुआ, जिसे भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए तैयार कर दलाल के पास भेजा गया था। दलाल ने उसे मोहम्मद वाजिद के पास भेजा, जहां अल्ट्रासाउंड के दौरान भ्रूण लिंग परीक्षण किया गया।
18 अक्टूबर को, एसडीएम मोदीनगर की उपस्थिति में, मुरादनगर स्थित लोकप्रिय डायग्नोस्टिक सेंटर में मशीन को सील किया गया था। उस समय, रेडियोलॉजिस्ट के पंजीकरण के बिना वाजिद मशीन का इस्तेमाल कर रहा था। सील को खोलकर वह फिर से अल्ट्रासाउंड और भ्रूण लिंग परीक्षण करने लगा, जो पूरी तरह से अवैध था।
कड़ी कार्रवाई जारी
प्री-नेटल डायग्नोस्टिक के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग संजोग ने बताया कि इस मामले में वाजिद को गिरफ्तार कर लिया गया है और मशीन को थाने में जमा करा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस प्रकार के अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
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