गाजियाबाद:- जिला जज की अदालत में हुए विवाद के बाद पुलिस ने अधिवक्ता नाहर सिंह और उनके बेटे सहित 50 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। इस घटना के बाद अधिवक्ताओं ने लाठीचार्ज के खिलाफ हड़ताल का ऐलान किया है, जिसमें उन्होंने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और जिला जज के तबादले की मांग की है।
लाठीचार्ज के दौरान कई अधिवक्ता घायल हुए हैं, और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने इस कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने घायल अधिवक्ताओं को दो-दो लाख रुपये की सहायता की मांग करते हुए कहा कि यह घटना न्यायिक प्रणाली के लिए शर्मनाक है।
पुलिस के अनुसार, अधिवक्ताओं ने हंगामा किया और न्यायिक कार्य में बाधा उत्पन्न की, जिसके चलते उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। इस दौरान हुए पथराव में चौकी प्रभारी घायल हो गए, और वकीलों ने पुलिस चौकी के फर्नीचर में आग लगा दी।
उप्र बार काउंसिल ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस पार्टी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए अधिवक्ताओं के समर्थन में आवाज उठाई है।
अधिवक्ता हड़ताल जारी रखेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं। इस घटना ने गाजियाबाद की न्यायिक व्यवस्था में एक नई उथल-पुथल मचा दी है, और सभी की निगाहें अब इस विवाद के समाधान पर हैं।
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