मॉस्को:- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को देश के परमाणु बलों का एक नया अभ्यास शुरू किया, जिसका मकसद अपनी परमाणु शक्ति का प्रदर्शन करना है। पुतिन ने इस मौके पर कहा कि रूस को अपने परमाणु हथियारों को तैयार रखने की आवश्यकता है, खासकर यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के संदर्भ में।
पुतिन का यह अभ्यास पिछले दो सप्ताह में दूसरा है, जिससे स्पष्ट होता है कि रूस अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता के प्रति कितनी सतर्कता बरत रहा है। क्रेमलिन द्वारा जारी वीडियो में पुतिन ने इस अभ्यास की घोषणा की।
रूस और अमेरिका के पास मिलाकर विश्व के 88 प्रतिशत परमाणु हथियार हैं। हालांकि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि युद्ध के दौरान रूस के परमाणु रुख में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं आया है, लेकिन पिछले साल CIA निदेशक बिल बर्न्स ने रूस के सामरिक परमाणु हथियारों के संभावित उपयोग के प्रति चिंता व्यक्त की थी।
हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने चेतावनी दी थी कि यदि रूस परमाणु हथियारों का उपयोग करता है, तो यह स्थिति तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ सकती है।
पुतिन ने कहा कि आधुनिक और हमेशा तैयार रहने वाले रणनीतिक बलों की आवश्यकता है, खासकर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के मद्देनजर। रूस नई “स्थिर और मोबाइल-आधारित मिसाइल प्रणालियों” की ओर बढ़ रहा है, जिससे उसकी सैन्य शक्ति में वृद्धि की जा सके।
पेंटागन ने भी स्पष्ट किया है कि अगर उत्तर कोरिया युद्ध में शामिल होता है, तो अमेरिका यूक्रेन को दिए गए हथियारों की सीमाओं में कोई बदलाव नहीं करेगा।
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