गाजियाबाद:- निर्माण सामग्री की खरीदारी और संपत्ति सौदों में धोखाधड़ी की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें व्यापारी और खरीदारों को जान से मारने की धमकियां भी दी गई हैं। लोहा मंडी निवासी प्रमोद गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई है कि जयकृष्ण और अश्लेष गुप्ता ने उनसे फ्लैट निर्माण के लिए सामग्री खरीदी थी। पहले वादा किया गया था कि भुगतान एक महीने में किया जाएगा, लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद भी रकम का कोई अता-पता नहीं मिला। जब प्रमोद ने भुगतान की मांग की, तो आरोपियों ने प्रॉपर्टी देने का झांसा दिया और फिर जान से मारने की धमकी दी। मामले की जांच एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव की देखरेख में चल रही है।
फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट की धोखाधड़ी
एक निजी फाइनेंस कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक ओमप्रकाश ने बताया कि उनके कलेक्शन एजेंटों ने ग्राहकों से 1.30 लाख रुपये की किस्तें वसूल कीं, लेकिन उन्हें शाखा में जमा नहीं किया। बार-बार कहने पर भी एजेंटों ने रकम जमा करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
भूमि सौदे में धोखाधड़ी का मामला
ग्रीन सिटी निवासी अनुज कुमार ने दुहाई में 100 वर्गगज की जमीन का सौदा तय किया था और मार्च 2024 में बैनामा करवा लिया था। जब अनुज ने प्लॉट का निरीक्षण किया, तो पाया कि उसकी बाउंड्री तोड़ दी गई थी। जानकारी मिली कि आरोपियों ने यह प्लॉट 2012 में ही बेच दिया था। अनुज ने जब इसका विरोध किया, तो उन्हें भी जान से मारने की धमकी दी गई।
मकान सौदे में छुपा लोन
शालू शर्मा ने नंदग्राम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उन्होंने शास्त्रीनगर में एक मकान का सौदा 1.54 करोड़ रुपये में किया था। उन्होंने पहले 43.45 लाख रुपये का भुगतान किया। लेकिन जब वह बैंक में लोन कराने गईं, तो पता चला कि मकान पर पहले से 95 लाख रुपये का लोन बकाया है। जब शालू ने इस बारे में सवाल किए, तो मकान मालिक ने उन्हें भी जान से मारने की धमकी दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
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