उत्तर प्रदेश :- जल जीवन मिशन ‘हर घर जल’ योजना, ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। इस योजना के तहत प्रदेश के हर घर में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह योजना न केवल स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार लाने का काम कर रही है, बल्कि महिलाओं और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित कर रही है।
पेयजल की उपलब्धता का परिवर्तन
उत्तर प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 2,63,10,351 परिवार हैं। अब तक 2,04,32,485 परिवारों को फंक्शनल हाउसहोल्ड नल कनेक्शन मिल चुका है। यह आंकड़ा एक बड़ी सफलता है, क्योंकि 2019 से पहले केवल 5,16,221 परिवारों तक ही नल कनेक्शन पहुंच पाया था। इस योजना का लाभ सीधे तौर पर 12,25,94,910 ग्रामीणों को मिल रहा है। यह बदलाव न केवल जीवन की गुणवत्ता को सुधार रहा है, बल्कि जल जनित बीमारियों को भी कम कर रहा है।
महिलाओं का सशक्तिकरण
जल जीवन मिशन का सबसे बड़ा लाभ महिलाओं को मिला है। पहले पानी लाने के लिए मीलों चलकर जाना पड़ता था, लेकिन अब नल के माध्यम से घर पर ही शुद्ध पानी उपलब्ध है। इससे महिलाओं का समय बचा है, जिसे वे अपने परिवार की देखभाल, बच्चों की पढ़ाई और खुद की शिक्षा में लगा रही हैं।
योजना के तहत, गांव-गांव में महिलाओं को जल की गुणवत्ता की जांच करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। अब तक 4,80,205 से अधिक महिलाओं को इस काम के लिए प्रशिक्षित किया गया है। ये महिलाएं फील्ड टेस्ट किट (एफटीके) के माध्यम से पानी की 11 प्रकार की जांच कर रही हैं, जिसमें आर्सेनिक, क्लोराइड, और नाइट्रेट जैसी हानिकारक तत्वों की पहचान शामिल है।
रोजगार के नए अवसर
जल जीवन मिशन ने न केवल पेयजल की समस्या का समाधान किया है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी प्रदान किए हैं। यूपी में 1,16,388 युवाओं को प्लंबिंग, इलेक्ट्रिसिटी, मोटर मैकेनिक, और फिटर की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस प्रकार, न केवल ग्रामीण परिवारों को शुद्ध जल मिल रहा है, बल्कि उनके पास कौशल विकास के माध्यम से रोजगार भी उपलब्ध हो रहा है।
बुंदेलखंड और विंध्य की तस्वीर बदलना
बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र जैसे कठिनाइयों से भरे क्षेत्रों में जल जीवन मिशन ने विशेष सफलता हासिल की है। यहां के गांवों में पहले पानी की समस्या इतनी गंभीर थी कि इसके कारण परिवारों को कई सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब, 98% से अधिक घरों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
अयोध्या और बरेली का योगदान
अयोध्या में लगभग 3 लाख घरों को ‘हर घर जल’ योजना के तहत नल कनेक्शन मिल चुका है। यहां की 5515 महिलाओं को पानी की गुणवत्ता की जांच करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। बरेली में भी स्थिति अच्छी है, जहां 4,48,000 घरों में शुद्ध पेयजल का कनेक्शन पहुंच चुका है। यहां की 9278 महिलाओं को भी एफटीके के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है।
उत्तर प्रदेश का जल जीवन मिशन ‘हर घर जल’ योजना न केवल जल संकट को हल कर रही है, बल्कि समाज में एक नया बदलाव भी ला रही है। महिलाओं की सशक्तिकरण से लेकर युवाओं को रोजगार के अवसर देने तक, यह योजना एक संपूर्ण विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है। प्रदेश सरकार का यह प्रयास निश्चित रूप से आने वाले समय में ग्रामीण जीवन को और भी बेहतर बनाएगा।
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