गाजियाबाद से बुलंदशहर: धार्मिक भावनाओं की रक्षा में उठी आवाज़

गाजियाबाद:- हाल ही में, महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगम्बर इस्लाम मुहम्मद साहब पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और बुलंदशहर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है। विभिन्न समाज संगठनों ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाते हुए विभिन्न स्थानों पर ज्ञापन सौंपे हैं।
विरोध की लहर
ग्राम मसूरी में सर्व समाज संगठन के बैनर तले लोगों ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले यति नरसिंहानंद के खिलाफ थाना मसूरी में ज्ञापन दिया। इस दौरान, विरोध प्रदर्शन में शामिल लोग नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाले। जुमे की नमाज के बाद ग्राम ढबारसी में भी लोग सड़कों पर उतर आए और पुतला दहन किया। डासना स्थित मखदूम शाह बाबा के मजार पर भी भारी संख्या में लोग एकत्र हुए। कलेक्ट्रेट की ओर कूच करने के लिए निकले इन लोगों ने अपने प्रदर्शन के दौरान प्रशासन से यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने मौके पर भारी संख्या में बल तैनात किया और सुरक्षा को सुनिश्चित किया।
बुलंदशहर में तनाव
बुलंदशहर के सिकंदराबाद में भी इसी विवाद के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। जुमे की नमाज के बाद मोहल्ला शेखवाड़ा में लोग एकत्र हुए और नारेबाजी की। पुलिस द्वारा धारा 144 लागू करने के बावजूद, कुछ लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे पुलिसकर्मी भी घायल हुए। इस घटना ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया है, और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया है।
जमियत उलेमा के पदाधिकारियों ने भी इस मुद्दे पर जोरदार प्रदर्शन किया और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते हुए यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई, तो इससे समाज में असंतोष बढ़ेगा। इस घटनाक्रम ने न केवल धार्मिक भावनाओं को प्रभावित किया है, बल्कि क्षेत्र में सुरक्षा और शांति के लिए भी एक चुनौती प्रस्तुत की है। प्रशासन को अब इस स्थिति को सुलझाने और समाज में सामंजस्य बनाए रखने की आवश्यकता है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी पक्षों से संयम बरतने और संवाद की आवश्यकता है।
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