गाजियाबाद:- बेटियों की सुरक्षा का दावा करने वाली सरकार और उसके नुमाइंदे इसे कितना गम्भीरता से ले रहे यह गाजियाबाद में 5 वर्षीय मासूम छात्रा से अश्लीलता के मामले में साफ दिखाई दे रहा है। पुलिस इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में असहाय दिखाई दे रही है। कैब ड्राइवर, व दो आया को पुलिस ने गिरफ्तार करने में जितनी तत्परता दिखाई उतनी ही हीलाहवाली पुलिस आरोपी प्रिंसिपल, ट्रांसपोर्ट सुपरवाइजर व कोर्डिनेटर को गिरफ्तार करने में बरत रही है।
परिजनों का आरोप है कि प्रिंसिपल और अन्य आरोपियों को पुलिस उनके रसूख का फायदा पहुंचाने में जुटी हुई है। वहीं परिजनों ने बताया कि तीन दिन से यह धरना जारी है लेकिन सरकार का कोई नुमाइंदा या प्रशासन की ओर से किसी वरिष्ठ अधिकारी ने इस मामले में उनकी सुध तक नहीं ली है। वहीं जैसे जैसे अभिभावकों को इस घटना और धरने के बारे में जानकारी मिल रही है लोग बच्ची को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर धरनास्थल पर ही पहुंच रहे हैं।
वहीं परिजनों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक यह धरना चलता रहेगा। हालांकि जानकारी मिली है कि अभिभावकों पर धरना खत्म करने का दबाव भी बनाया जा रहा है। लेकिन शासन प्रशासन की इस उदासीनता के चलते उत्तर प्रदेश में बच्चियां और उनका भविष्य कितना सुरक्षित है ये एक महत्वपूर्ण सवाल बन गया है।
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