राजनीति:- संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में संसद में बढ़ते हंगामे पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि “टीवी पर दिखने की चाहत” के चलते संसद में हल्ला गुल्ला हो रहा है, जो उचित नहीं है। रिजिजू ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि आज समाज में सच्चे हीरो की जगह उन प्रभावित करने वालों का बोलबाला है, जिनके लाखों फॉलोवर्स हैं। यह सोचने की बात है कि वास्तव में हमारे नायक कौन हैं।
रिजिजू ने यह विचार भारत मंडपम में आयोजित संत ईश्वर सम्मान समारोह में व्यक्त किए, जहां उन्होंने राजनीति के गिरते स्तर पर चिंता जताई। उनका कहना था कि आज अच्छे कार्यों के माध्यम से वोट पाना कठिन हो गया है, क्योंकि समाज में अच्छे कार्यों की सराहना करने वाले लोग कम होते जा रहे हैं।
समारोह में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संत ईश्वर जैसे आयोजनों में भाग लेना सौभाग्य बताया। वहीं, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने सेवा साधकों के सम्मान की इस परंपरा को भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पहलू बताया। कवि कुमार विश्वास ने भी धार्मिक मूल्यों की महत्ता को रेखांकित किया, यह कहते हुए कि “जिस देश में धर्म राजधर्म से ऊपर होता है, वह देश सर्वश्रेष्ठ होता है।”
इस समारोह में कला, साहित्य, पर्यावरण, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देने वाले 17 गुमनाम साधकों को भी सम्मानित किया गया, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य कर रहे हैं।
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