मणिपुर:- कांगपोकपी जिले में हाल ही में अपहरण की एक घटना ने क्षेत्र में हलचल मचा दी थी। 27 सितंबर को ओइनम थोइथोई सिंह और थ थोइथोइबा सिंह नाम के दो युवक उस समय बंधक बन गए जब वे एन. जॉनसन सिंह के साथ एसएससी जीडी भर्ती परीक्षा देने जा रहे थे। रास्ता भटकने के बाद, जॉनसन को सेना ने सुरक्षित निकाल लिया, जबकि अन्य दोनों युवकों को हथियारबंद समूह ने पकड़ लिया।
पुलिस ने बताया कि सात दिन की कड़ी मेहनत के बाद, अंततः गुरुवार सुबह दोनों युवकों को सुरक्षित रिहा करवा लिया गया। उन्हें कांगपोकपी के पुलिस अधीक्षक के पास लाया गया और फिर इंफाल की ओर भेजा गया। इस रिहाई के लिए राज्य सरकार ने केंद्र की सहायता से बातचीत की, जिसके परिणामस्वरूप दोनों युवकों को सुरक्षित वापस लाया जा सका।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया पर इस सफलता के लिए सभी प्रयासकर्ताओं की सराहना की, और कहा कि यह राज्य और केंद्र सरकार के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।
इस घटना के खिलाफ मेइती समूह की संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण इंफाल घाटी के पांच जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को जाम किया, जिससे व्यापार और परिवहन पूरी तरह ठप हो गया।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने इस अपहरण को कानून-व्यवस्था की विफलता बताया, और मुख्यमंत्री से संवैधानिक प्रावधानों को लागू करने की मांग की। यह घटनाक्रम मणिपुर की सुरक्षा स्थिति को लेकर गंभीर सवाल उठाता है, और स्थानीय नागरिकों में चिंता का माहौल बना रहा है।
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