गाजियाबाद:- साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र में पानी की गुणवत्ता को लेकर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में हाल ही में हुई एक बैठक में निर्णय लिया गया कि बिना शोधित पानी को साहिबाबाद ड्रेन में डालने वाले उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान तुलसी निकेतन से शाहदरा तक जाने वाली ड्रेन की स्थिति पर चर्चा की गई। नगर आयुक्त ने बताया कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) और नगर निगम की संयुक्त टीम ड्रेन का सर्वेक्षण करेगी, ताकि इसके उफनने की समस्या का समाधान निकाला जा सके।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र के निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं। इस प्रक्रिया में हर सप्ताह समीक्षा रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिससे स्थिति में सुधार लाया जा सके।
इसके अलावा, बृज विहार और अन्य क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत का कार्य भी शुरू किया जाएगा। जल निगम के मुख्य अभियंता आरके पंकज को 237 मीटर लंबी 1400 एमएम की लाइन की मरम्मत का जिम्मा सौंपा गया है।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक इकाइयों द्वारा पानी की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और पर्यावरण को सुरक्षित रखना है। साहिबाबाद क्षेत्र में जल प्रदूषण की समस्या को रोकने के लिए ये कदम न केवल आवश्यक हैं, बल्कि क्षेत्र के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
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