मॉस्को:- रूस ने अपने परमाणु हमले की नीति में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है कि यदि कोई परमाणु संपन्न देश रूस पर हमले में किसी गैर-पारमाणु देश का समर्थन करता है, तो इसे संयुक्त आक्रमण माना जाएगा। ऐसी स्थिति में रूस को जवाबी कार्रवाई का अधिकार होगा।
यह निर्णय यूक्रेन के बढ़ते हमलों के संदर्भ में आया है, जहां यूक्रेन पिछले ढाई वर्षों से अमेरिका और पश्चिमी देशों के सहयोग से रूस का सामना कर रहा है। हाल के महीनों में यूक्रेन ने रूस की धरती पर भी हमले किए हैं, जो द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद की एक महत्वपूर्ण घटना है।
रूस अब अपने सैन्य अभियानों को मजबूती देने के लिए एक गुप्त हथियार कार्यक्रम चला रहा है, जिसमें चीन में ड्रोन का विकास शामिल है। यूरोपीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, सरकारी कंपनी अल्माज-एंटे की सहायक कंपनी आइइएमजेड कुपोल ने चीन में गैर्पिया-3 (जी-3) ड्रोन का विकास किया है, जिसका उद्देश्य यूक्रेन में युद्ध में उपयोग करना है।
हालांकि, चीन के विदेश मंत्रालय ने इस गुप्त प्रोजेक्ट की जानकारी से इनकार किया है। रूस की यह नई नीति और ड्रोन विकास न केवल यूक्रेन संघर्ष को और जटिल बनाते हैं, बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए नई चुनौतियाँ भी पेश करते हैं।
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