बेरूत:- सोमवार को लेबनान पर इजरायली हवाई हमलों ने एक बार फिर युद्ध का भय उत्पन्न कर दिया है। लेबानी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में 90 से अधिक महिलाएं और बच्चे समेत लगभग 500 लोग जान गंवा चुके हैं। यह घटना 2006 के इजरायल-हिजबुल्ला युद्ध के बाद का सबसे विनाशकारी हमला माना जा रहा है।
इजरायली सेना ने अपने व्यापक सैन्य अभियान से पहले दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी। इस दौरान, हिजबुल्ला के वरिष्ठ कमांडर अली कराकी को भी निशाना बनाया गया। इजरायल ने दावा किया है कि उसने हिजबुल्ला के 800 से अधिक ठिकानों को लक्षित किया, जहां से इजरायल पर हमले किए जाते थे।
यह स्थिति लेबनानी नागरिकों में गहरी चिंता और असुरक्षा पैदा कर रही है। अमेरिका ने क्षेत्र में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त सैनिक और हथियार भेजे हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने हालात पर चिंता जताई है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हालिया कार्रवाई का मकसद हिजबुल्ला के रॉकेटों और मिसाइलों को नष्ट करना बताया है, जबकि हिजबुल्ला का कहना है कि वे इजरायल और वेस्ट बैंक के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं।
सोमवार को हुए हमलों में एक इजरायली नागरिक के घायल होने की खबर आई है, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई है। लेबनानी नागरिक अब सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं, और सरकार उनके लिए अस्थायी ठिकाने तैयार करने में जुटी है।
इजरायली सेना ने हिजबुल्ला के प्रभाव वाले क्षेत्रों के निवासियों को चेतावनी दी है कि वे सशस्त्र समूह के ठिकानों से दूर रहें। इसके अलावा, सेना ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें हिजबुल्ला के लड़ाके एक घर से मिसाइलें दागते हुए दिख रहे हैं, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है।
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