गाजियाबाद:- महापौर सुनीता दयाल ने राजनगर एक्स्टेंशन के केडब्ल्यू दिल्ली-6 मॉल का निरीक्षण करते हुए संपत्ति कर में अनियमितताओं का भंडाफोड़ किया है। जांच में सामने आया कि मॉल पर 1.36 करोड़ रुपये का बकाया है, जबकि 688 दुकानों में से केवल 224 पर ही संपत्ति कर लगाया गया है।
महापौर ने पाया कि कुछ दुकानों के लिए जनरेट किए गए दो पिनों में से एक पर 37 हजार और दूसरे पर 19 हजार रुपये का बिल निर्धारित किया गया, जो टैक्स की हेरफेर का संकेत है। उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए मॉल को सील करने के निर्देश दिए।
महापौर ने बताया कि व्यावसायिक संपत्तियों में सबसे ज्यादा अनियमितताएं बरती जा रही हैं। अगर सही गणना की जाए, तो नगर निगम को संपत्ति कर से दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की आय हो सकती है।
यह कदम न केवल कर वसूली में पारदर्शिता बढ़ाएगा, बल्कि नगर निगम की आय में वृद्धि और जनता को आर्थिक राहत भी प्रदान करेगा। महापौर का यह प्रयास गाजियाबाद में कर सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
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