इजरायल-हमास युद्ध:- केंद्र अब लेबनान बन चुका है, जहां हिजबुल्लाह ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। हाल के पेजर विस्फोटों और बाद में हुए बम विस्फोटों ने 32 लोगों की जान ली और कई अन्य को घायल किया, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।
हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह ने इन घटनाओं को नरसंहार और युद्ध अपराध बताते हुए इजरायल को चेतावनी दी है कि उसे इसके लिए दंड भुगतना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल का आक्रमण जब तक जारी रहेगा, हिजबुल्लाह अपनी गतिविधियों को रोकने वाला नहीं है। उनका यह बयान एक नए संघर्ष की संभावना को बढ़ाता है, जो क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकता है।
इजरायल के रक्षा मंत्री योआवन गैलैंट ने हिजबुल्लाह के लगातार हमलों का जिक्र किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों पक्षों के बीच स्थिति बेहद संवेदनशील है। इन घटनाओं ने न केवल हिजबुल्लाह की रणनीतियों पर सवाल उठाए हैं, बल्कि इजरायल के लिए भी नई चुनौतियाँ पेश की हैं।
बुधवार को हिजबुल्लाह के रेडियो सेट और अन्य उपकरणों में विस्फोटों से 14 लोगों की मौत हो गई और 450 से अधिक लोग घायल हो गए। ये विस्फोट ऐसे उपकरणों में हुए थे जो ईरान समर्थित हिजबुल्लाह लड़ाकों के बीच संचार के लिए उपयोग किए जाते थे, जिससे उनकी सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।
इन विस्फोटों के ठीक एक दिन पहले, लेबनान में हजारों पेजर में विस्फोट हुए थे, जिसमें 12 लोग मारे गए और लगभग तीन हजार घायल हुए। यह स्थिति देश में बढ़ते तनाव और सुरक्षा संकट को दर्शाती है।
लेबनान की यह जटिल सुरक्षा स्थिति न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए खतरा बनी हुई है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी गंभीर चुनौतियाँ पेश कर रही है। आने वाले दिनों में इन घटनाओं का प्रभाव और भी बढ़ सकता है, जिससे संघर्ष की स्थिति और भी जटिल हो सकती है।
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