इस समय उत्तर भारत में मौसम ने एक नया मोड़ ले लिया है। दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों में हुई लगातार बारिश ने जहां कुछ क्षेत्रों में सुहावना माहौल बना दिया है, वहीं दूसरी ओर बाढ़ ने हजारों लोगों की जिंदगी को संकट में डाल दिया है।
मानसून के सक्रिय होने से राजस्थान, पश्चिमी यूपी, मध्य प्रदेश और बिहार में भारी बारिश देखने को मिली है। मौसम विभाग ने यूपी और बिहार में विशेष अलर्ट जारी किया है, जिससे लोग सतर्क रहें। इन क्षेत्रों में भारी बारिश की आशंका है, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है।
दिल्ली में बारिश ने तापमान को भी नीचे ला दिया है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले 14 वर्षों में इस महीने का सबसे कम तापमान है। यह बारिश गर्मी से राहत तो दे रही है, लेकिन बाढ़ के कारण प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की आवश्यकता बढ़ गई है।
पश्चिम बंगाल में हालात और भी गंभीर हैं। यहां की नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते कई गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। दामोदर घाटी निगम ने मैथन डैम से 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ने का निर्णय लिया, जिससे हावड़ा, हुगली, और बर्धमान जैसे क्षेत्रों में बाढ़ आई है।
ओडिशा में भी हालात चिंताजनक हैं। लगातार वर्षा के कारण हजारों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं और सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। लगभग 11,632 लोग अपने घरों से पलायन कर चुके हैं, जबकि 40,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं। सरकारी राहत कार्य शुरू हो चुके हैं, और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया है।
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