ढाका:- बांग्लादेश में हालिया सांप्रदायिक हिंसा ने अल्पसंख्यक समुदायों के लिए गंभीर चिंता उत्पन्न कर दी है। 4 से 20 अगस्त के बीच, देशभर में 2,010 हिंसक घटनाएं हुईं, जिसमें कम से कम नौ अल्पसंख्यक अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके साथ ही 69 पूजा स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई ओइक्य परिषद के नेता, निर्मल रोजारियो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हिंसा के दौरान 1,705 परिवार सीधे प्रभावित हुए हैं। इनमें से 157 परिवारों के घरों पर हमले किए गए, लूटपाट की गई और कई स्थानों पर आग भी लगाई गई। निर्मल ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र से स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
विशेष रूप से, खुलना डिवीजन में हिंसा की घटनाएं अत्यधिक बढ़ी हैं, जहां चार महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं भी सामने आई हैं। निर्मल ने बताया कि प्रभावित परिवार अत्यंत कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं और उन्होंने अपने अधिकारों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शनों की योजना बनाई है।
इस बीच, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को दो महीने के लिए मजिस्ट्रेटी शक्तियां दी हैं। यह कदम सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में उठाया गया है, लेकिन स्थानीय समुदायों में भय और असुरक्षा की भावना बनी हुई है।
Discussion about this post