भारत ने हाल ही में मीडिया में आई एक खबर को सख्त शब्दों में खारिज किया है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भारतीय हथियार निर्माताओं द्वारा बेचे गए तोप के गोले यूरोपीय ग्राहकों के माध्यम से यूक्रेन भेजे जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस रिपोर्ट को “काल्पनिक और भ्रामक” बताते हुए कहा कि भारत के खिलाफ किसी भी उल्लंघन का कोई सबूत नहीं है।
जायसवाल ने स्पष्ट किया कि भारत का सैन्य और दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के निर्यात पर रिकॉर्ड हमेशा से बेदाग रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय रक्षा निर्यात अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के अनुसार किया जाता है, जिसमें अंतिम उपयोगकर्ता की जिम्मेदारियों और प्रमाणन का समग्र मूल्यांकन शामिल है।
रिपोर्ट में 11 अज्ञात भारतीय और यूरोपीय अधिकारियों का हवाला दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि यूक्रेन की रक्षा के लिए पिछले एक साल से हथियारों का हस्तांतरण हो रहा है। हालाँकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस दावे को सख्ती से खारिज किया है।
यह मामला भारत की रक्षा नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। भारत की प्रतिबद्धता और मजबूत कानूनी ढांचा वैश्विक सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारत अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के प्रति गंभीर है।
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