सीएम योगी की बड़ी सौगात: 757 करोड़ की योजनाओं से सजी खुशहाली की नई उम्मीद

गाजियाबाद:- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को गाजियाबाद के घंटाघर रामलीला मैदान में एक भव्य कार्यक्रम के तहत 757 करोड़ रुपये की 111 परियोजनाओं की सौगात देंगे। इस समारोह में 503 करोड़ रुपये की 69 परियोजनाओं का शिलान्यास और 254 करोड़ रुपये की 43 परियोजनाओं का लोकार्पण होगा। यह आयोजन गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र में होने वाले आगामी उप चुनावों से पहले भाजपा की विकास और चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मुख्यमंत्री की यह पहल क्षेत्र में व्यापक बदलाव और विकास को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। कार्यक्रम में डूंडाहेड़ा का 50 बेड का अस्पताल, मोदीनगर में राजकीय महाविद्यालय, और धौलाना के मुकीमपुर में कस्तूरबा गांधी एकेडमिक ब्लॉक जैसी प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। इन परियोजनाओं का लंबे समय से जनता द्वारा इंतजार किया जा रहा था, और इनका पूरा होना क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।
इस अवसर पर विशेष रूप से वृहद रोजगार मेला का आयोजन भी किया जाएगा, जो सुबह 9:00 बजे से शुरू होगा। इस मेले में 100 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे और 15,000 से अधिक नौकरी रिक्तियों के लिए साक्षात्कार होंगे। फिलहाल, 11,000 युवाओं ने पंजीकरण करवा लिया है। वेतनमान 10,000 से लेकर 25,000 रुपये प्रतिमाह तक होगा। इसके अतिरिक्त, 6,000 छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन भी वितरित किए जाएंगे, जो उनके शैक्षिक और तकनीकी विकास में सहायक होंगे।
सीडीओ अभिनव गोपाल के अनुसार, रोजगार मेले में 18 से 40 वर्ष की आयु सीमा वाले युवाओं के लिए और शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल से स्नातक तक होगी। आईटीआई और डिप्लोमा धारक भी इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह आयोजन न केवल गाजियाबाद के विकास को गति देने और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने का प्रयास है, बल्कि आगामी उप चुनाव में भाजपा के पक्ष में सकारात्मक माहौल बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। समारोह में मुरादनगर के घूमेश्वर मंदिर में पर्यटन विकास, राजनगर एक्सटेंशन में सीवरेज और ड्रेनेज कार्य, और मोदीनगर में सहारनपुर रेलवे लाइन के पास चार लेन का उपरगामी सेतु जैसी परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया जाएगा।
यह भव्य आयोजन गाजियाबाद में विकास और समृद्धि की नई संभावनाओं का संकेत है, और भाजपा की चुनावी रणनीति के तहत क्षेत्रीय विकास को एक नया मोड़ देने का प्रयास है।
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