ग्रेटर नोएडा:- सेक्टर तीन में रहने वाले पांच वर्षीय गणित के जीनियस, गौताक्ष गौतम, ने गणित की दुनिया में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। गणित के 50 सवालों को महज 8.43 मिनट में हल कर उन्होंने एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया। इस अद्वितीय उपलब्धि ने उन्हें वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई है और उनके परिवार को गर्व से भर दिया है।
गौताक्ष की यह सफलता कोई पहला मामला नहीं है। अपने छोटे से जीवन में, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर 12 रिकॉर्ड और 15 पुरस्कार अपने नाम किए हैं। गणित में उनके अद्वितीय कौशल के अलावा, गौताक्ष की प्रतिभा का दायरा और भी व्यापक है। उन्होंने अपनी कल्पनाशीलता और दृष्टिकोण को शब्दों में ढालते हुए दो किताबें भी प्रकाशित की हैं। इन किताबों में उन्होंने ब्रह्मांड और पृथ्वी को अपने नजरिए से देखा है, जो उनके विचारशीलता और कल्पनाशक्ति को दर्शाता है।
गौताक्ष के पिता, बुध रतन गौतम, जो एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और हाथरस के बरौली गांव के निवासी हैं, ने बताया कि गौताक्ष की बुद्धिमत्ता शुरू से ही स्पष्ट थी। उनकी पत्नी साक्षी ने साझा किया कि गौताक्ष ने केवल दो साल की उम्र में 695 आकृतियों की पहचान कर एक रिकॉर्ड बनाया था। यह उल्लेखनीय उपलब्धि उनकी पूर्वजन्म प्रतिभा और गणित के प्रति उनके गहरे प्रेम को दर्शाती है।
गौताक्ष की इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि उम्र केवल एक संख्या है और असाधारण क्षमताओं को किसी भी उम्र में पहचाना जा सकता है। उनके इस अद्वितीय करियर की यात्रा ने यह भी दर्शाया है कि सही मार्गदर्शन और समर्थन से बच्चे भी अपने सपनों को सच कर सकते हैं। गौताक्ष की प्रेरणादायक कहानी युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है, जो यह बताती है कि मेहनत, समर्पण, और सही दिशा में प्रयास से कोई भी कठिन लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
गौताक्ष के आगामी प्रयासों और उनकी भविष्य की उपलब्धियों का इंतजार पूरे देश को है। उनके माता-पिता और परिवार की खुशी, गर्व और समर्थन से भरी इस यात्रा ने साबित कर दिया है कि जब सपने और प्रयास एक साथ होते हैं, तो असाधारण परिणाम संभव हैं।
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