यमन:- के हूती विद्रोहियों ने रविवार को एक महत्वपूर्ण सैन्य उपलब्धि हासिल की जब उनकी मिसाइल ने 2,000 किलोमीटर की दूरी तय करके इजरायल के मध्य भाग तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की। यह पहला मौका है जब हूती विद्रोहियों की मिसाइल इतनी दूर तक पहुंची है। हालांकि, इस हमले में किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन इजरायल की सुरक्षा प्रणाली के लिए यह एक गंभीर चुनौती साबित हुई है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस दुस्साहसिक हमले को लेकर चेतावनी दी है कि हूती विद्रोहियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि इजरायल की सुरक्षा को कोई भी खतरा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे हमलों का करारा जवाब दिया जाएगा।
हाल ही में हूती विद्रोहियों ने एक नई हाइपरसोनिक मिसाइल की घोषणा की है जो 2,040 किलोमीटर की दूरी महज 11 मिनट 30 सेकेंड में तय करती है। इस घोषणा के बाद इजरायल में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया और सायरन बजने लगे। मिसाइल के टुकड़े मध्य इजरायल में एक रेलवे स्टेशन के पास खुले स्थान पर मिले हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मिसाइल आकाश में ही फट गई थी।
इजरायल की रक्षा प्रणाली ने हाइपरसोनिक मिसाइल को रोकने के लिए 20 मिसाइलें दागीं, लेकिन इनमें से कोई भी सफल नहीं रही। इसके परिणामस्वरूप, इजरायल में लोग भूमिगत ठिकानों में शरण लेने लगे और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई।
इस घटना ने क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर नई चिंताओं को जन्म दिया है और इजरायल की रक्षा प्रणाली की चुनौतियों को उजागर किया है। साथ ही, यह दर्शाता है कि मध्य पूर्व में तनाव का नया मोड़ सामने आ सकता है।
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