गाजियाबाद:- फ्लिपकार्ट की सहयोगी कंपनी ई-कार्ट के साथ हुए एक गंभीर फर्जीवाड़े ने सुरक्षा और प्रबंधन दोनों को झकझोर कर रख दिया है। आरोपितों ने महंगे स्मार्टवॉच और पेन के ऑर्डर फर्जी नाम-पते पर बुक किए और कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुना। डिलीवरी हब पर पहुंचने से पहले ही इन लोगों ने डाटाबेस में माल को डिलीवर दिखाया और रिटर्न के माध्यम से रिफंड प्राप्त कर लिया।
जांच में खुलासा हुआ कि पूर्व कर्मचारियों की आईडी का दुरुपयोग कर सिस्टम में हेरफेर की गई। आरोपितों ने 35 बुकिंग से 10 लाख 91 हजार रुपये का रिफंड हासिल किया, जबकि कुल 55 बुकिंग की गईं, जिनकी कीमत 17 लाख रुपये थी।
ई-कार्ट ने साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस ने रिफंड के लिए उपयोग किए गए बैंक खाते की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
रितिन दीप, प्रवर्तन अधिकारी ने बताया कि यह फर्जीवाड़ा गाजियाबाद के साथ ही बंगलुरू, मुंबई, जयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, सूरत, अहमदाबाद, लखनऊ, मेरठ और चंडीगढ़ समेत देश के 55 शहरों में फैल चुका है। जांच में यह भी सामने आया कि राहुल और सुमित चौहान नाम के पूर्व कर्मचारियों की आईडी का दुरुपयोग हुआ, जो अभी भी सिस्टम में सक्रिय हैं।
कंपनी और पुलिस दोनों मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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