गाजियाबाद:- डीएम सर्किल रेट में हालिया बढ़ोतरी के बाद नगर निगम ने संपत्ति कर बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस पर शहर में विरोध तेज हो गया है। महापौर सुनीता दयाल ने मुख्यमंत्री और भाजपा पदाधिकारियों को पत्र लिखते हुए चेताया कि इस कदम से शहरवासियों में भय और असंतोष फैल सकता है, जो प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ माहौल बनाने का कारण बन सकता है।
महापौर ने आरोप लगाया कि नगर निगम के अधिकारी नियमों की अनदेखी कर रहे हैं और संपत्ति कर में वृद्धि के नोटिस भेज रहे हैं, जबकि नगर आयुक्त ने रेडियो पर बढ़ी दरों की घोषणा करवाई है। दयाल ने बताया कि जनवरी 2023 में गृहकर में 10% वृद्धि का प्रस्ताव पारित किया गया था, जो उसी वित्तीय वर्ष से लागू हुआ, और इससे जनता में पहले से ही नाराजगी है।
सुनीता दयाल का कहना है कि नियमानुसार संपत्ति की दरों में वृद्धि का अगला मौका 31 मार्च 2025 के बाद ही है, फिर भी अधिकारियों द्वारा संभावित बढ़ोतरी का प्रयास जनता के असंतोष को और बढ़ा सकता है। खासकर, जब शहर में निकट भविष्य में उपचुनाव होने वाले हैं, यह निर्णय सत्तारूढ़ दल के लिए चुनौती बन सकता है।
अब 17 सितंबर को नगर निगम की बैठक में कार्यकारिणी के छह सदस्यों की रिक्तियों को भरा जाएगा, जबकि 18 सितंबर को एक विशेष बैठक में गृहकर वृद्धि पर चर्चा होगी। सभी की नजरें इस बैठक पर टिकी हैं, जहां सुबह 11 बजे से इस मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा।
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