सियोल:- उत्तर कोरिया ने हाल ही में पूर्वी सागर की ओर एक नई बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है, जिससे कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य तनाव और बढ़ने की संभावना है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अनुसार, इस मिसाइल के बारे में फिलहाल पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसका गहराई से विश्लेषण किया जा रहा है। योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक, यह परीक्षण जुलाई के बाद प्योंगयांग का पहला प्रमुख सैन्य अभ्यास है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
इस परीक्षण के साथ ही, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने युद्ध की तैयारियों को बढ़ाने के लिए आत्मघाती ड्रोन के विकास और उत्पादन पर जोर दिया है। 24 अगस्त को किम ने विभिन्न प्रकार के ड्रोन के प्रदर्शन परीक्षण की निगरानी की, जिनमें से कई ने पूर्व निर्धारित मार्गों पर उड़ते हुए निर्दिष्ट लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट किया। इन ड्रोन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जो उन्हें जमीन, हवा और समुद्र में दुश्मन के ठिकानों पर प्रभावी ढंग से हमला करने की क्षमता प्रदान करता है।
उत्तर कोरिया ने इन आत्मघाती ड्रोन की तस्वीरें पहली बार सार्वजनिक की हैं, जिनमें दो सफेद ड्रोन को के-2 टैंकों जैसे नकली लक्ष्यों पर हमला करते और उन्हें ध्वस्त करते हुए देखा जा सकता है। यह सार्वजनिक अनावरण उत्तर कोरिया की नई सैन्य रणनीतियों और हथियारों के विकास की दिशा को स्पष्ट करता है, और प्योंगयांग की सैन्य क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।
इन घटनाओं के बाद, सियोल ने उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर नजर रखना जारी रखा है। क्षेत्रीय सुरक्षा की दृष्टि से, यह परीक्षण और नए सैन्य उपकरण भविष्य के संभावित संघर्षों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उत्तर कोरिया का यह प्रदर्शन क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकता है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सुरक्षा चिंताओं को प्रकट कर सकता है।
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