इस्लामाबाद:- पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर हाल के दिनों में तनाव में वृद्धि हुई है, जो कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के सीमाई क्षेत्र में हुई हिंसक झड़पों के बाद स्पष्ट हो गया है। इस विवादास्पद क्षेत्र में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और अफगान तालिबान के बीच हिंसक मुठभेड़ें सामने आई हैं, जिनमें दोनों पक्षों को नुकसान हुआ है।
घटनाओं का सिलसिला/ तालिबान कमांडरों की मौत
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के खुर्रम जिले में हुए ताजा संघर्ष में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और अफगान तालिबान के बीच भीषण झड़पें हुईं। इस मुठभेड़ में आठ पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। अफगान तालिबान ने शनिवार की सुबह पालोसिन इलाके में पाकिस्तानी चेकपोस्ट पर भारी हथियारों से हमला किया, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। इस हमले के बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया और व्यापार गतिविधियाँ प्रभावित हुईं। इस हिंसक मुठभेड़ में दो प्रमुख तालिबान कमांडरों की मौत भी हो गई। यह घटना पाकिस्तान की सेना और अफगान तालिबान के बीच चल रहे संघर्ष की एक और पुष्टि करती है। हालांकि, पाकिस्तान की सेना की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर), ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
सीमा पर व्यापार पर प्रभाव
सप्ताहांत के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार गतिविधियाँ पूरी तरह से ठप हो गईं। सीमा पर रुक-रुक कर गोलीबारी की घटनाएँ जारी रहीं, जिसके कारण व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को भारी नुकसान हुआ। इन घटनाओं ने सीमा पार व्यापार के महत्व को उजागर किया और इस बात को भी स्पष्ट किया कि ऐसे संघर्षों का क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
आतंकी हमलों की बढ़ती घटनाएँ
सीमा पर तनाव के साथ-साथ पाकिस्तान के कुर्रम जिले के मार्घन क्षेत्र में भी आतंकी हमले की खबर आई है। इस हमले में अर्धसैनिक फ्रंटियर कोर के एक अधिकारी की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। यह घटना सीमा पर जारी सुरक्षा चुनौतियों को दर्शाती है और पाकिस्तान के सुरक्षा बलों को आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ सतर्क रहने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
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