वॉशिंगटन:- अमेरिका के टेक्सास में शुक्रवार को पांच वाहनों की भिड़ंत से एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। इस दुर्घटना में एक महिला समेत चार युवा भारतीयों की जान चली गई। ये लोग एक कारपूलिंग ऐप के जरिए जुड़े थे और अरकंसास के बेंटनविले जा रहे थे। हादसे के बाद उनकी कार में आग लग गई, जिससे शव बुरी तरह जल गए। अधिकारियों ने शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें नमूनों का माता-पिता से मिलान किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक तेज रफ्तार ट्रक ने उस एसयूवी को पीछे से टक्कर मार दी, जिसमें ये चार भारतीय सवार थे। मृतकों की पहचान आर्यन रघुनाथ ओरमपति, फारूक शेख, लोकेश पलाचरला और धारशिनी वासुदेवन के रूप में की गई है। ओरमपति और फारूक डलास में अपने चचेरे भाई से मिलने के बाद लौट रहे थे, जबकि लोकेश पलाचरला अपनी पत्नी से मिलने और धारशिनी वासुदेवन अपने चाचा से मिलने के लिए बेंटनविले जा रहे थे। इस त्रासदी ने उनके परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया है।
दर्शिनी के पिता ने एस जयशंकर से सहायता की गुहार लगाई
दर्शिनी वासुदेवन के पिता ने तीन दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर को ट्विटर पर टैग करते हुए अपनी बेटी का पता लगाने में मदद मांगी थी। उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी, जो तमिलनाडु की निवासी थीं और टेक्सास के फ्रिस्को में रह रही थीं, एक कार पूलिंग के जरिए यात्रा कर रही थीं। दर्शिनी और उनके साथ यात्रा कर रहे तीन अन्य लोगों से संपर्क अचानक टूट गया था, जबकि वे एक घंटे तक मैसेज करती रहीं।
वहीं, ओरमपति के पिता सुभाष चंद्र रेड्डी, जो हैदराबाद स्थित मैक्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं, अमेरिका में रह रहे थे। फारूक शेख के पिता मस्तान वली ने बताया कि फारूक ने हाल ही में अमेरिका में एमएस की डिग्री पूरी की थी और सभी शुक्रवार को इस हादसे का शिकार हो गए। इस घटना ने सभी के परिवारों में गहरा दुख और शोक की लहर फैला दी है।
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