गाजियाबाद:- प्रसव के दौरान और बाद में होने वाली जटिलताओं के कारण मातृ मृत्यु दर में तेजी से वृद्धि हो रही है। अप्रैल से लेकर सितंबर की शुरुआत तक, जिले में 13 महिलाओं की मौत हो चुकी है। इन मौतों में प्रमुख कारणों में अधिक रक्त स्राव, संक्रमण और हीमोग्लोबिन की कमी शामिल हैं। रजापुर ब्लॉक इस संकट से विशेष रूप से प्रभावित है, जहां चार महिलाओं की मौत हुई है। इन आंकड़ों को देखते हुए, स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने मातृ स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देने और सुधारात्मक कदम उठाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विभाग ने घोषणा की है कि एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा, जिसके तहत शहरी और देहात दोनों क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं का व्यापक सर्वेक्षण किया जाएगा।
इस अभियान के अंतर्गत, आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रतिदिन गर्भवती महिलाओं के घर जाकर उनकी सेहत की निगरानी करेंगे। ये कार्यकर्ता महिलाओं के स्वास्थ्य की नियमित जांच करेंगे, उनकी समस्याओं को समझेंगे और आवश्यक चिकित्सा सलाह प्रदान करेंगे।
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