गाजियाबाद:- महंत मुकेश गोस्वामी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस को एक और चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। हाईकोर्ट की सख्ती के बावजूद महंत को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस का कहना है कि महंत ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की है, जिसकी सुनवाई 12 सितंबर को होनी है। इस वजह से पुलिस कुर्की की कार्रवाई शुरू नहीं कर पा रही है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 50 हजार के इनामी महंत मुकेश गोस्वामी पर कार्रवाई में पुलिस की विफलता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कोर्ट ने आरोप लगाया है कि पुलिस महंत के खिलाफ मिले सबूतों को छिपा रही है और प्रमुख सचिव से सचिव स्तर के अधिकारी द्वारा मामले की जांच कराने का आदेश दिया है। कोर्ट की टिप्पणी महंत की जमानत याचिका पर आई है। एसीपी नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस लगातार दबिश दे रही है और महंत को किसी भी स्तर पर बचाने की कोशिश नहीं की जा रही। पुलिस ने महंत पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है।
मुरादनगर में महंत मुकेश गोस्वामी पर गंभीर आरोप लगे हैं। एक महिला ने 21 मई को शिकायत दर्ज कराई थी कि घाट पर महिलाओं के कपड़े बदलने के कमरे में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। पुलिस की जांच में महंत के मोबाइल से 200 से ज्यादा आपत्तिजनक वीडियो मिले, लेकिन कोर्ट में इन साक्ष्यों को पेश नहीं किया गया। कोर्ट ने पुलिस की इस लापरवाही पर हैरानी जताई है, और कहा है कि शिकायतकर्ता को सब कुछ पता है, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। महिला ने आरोप लगाया कि महंत खुलेआम मुरादनगर में घूम रहा है, जबकि सामान्य घटनाओं में पुलिस परिवार का जीना मुश्किल कर देती है।
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