लाश के छह टुकड़े: इंटीरियर डिजाइनर की हत्या में प्रेम प्रसंग के अलावा भी थी ये वजह

गाजियाबाद में एक इंटीरियर डिजाइनर के अपहरण और हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 16 अगस्त को प्रेम-प्रसंग के चलते अपहरण कर हत्या की गई, और कातिलों ने शव के छह टुकड़े कर नहर में फेंक दिए। 17 अगस्त को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई।

गाजियाबाद :- हुए सनसनीखेज इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। हत्या का कारण फ्लैट को लेकर विवाद था। राजनगर एक्सटेंशन की औरा कायमोरा सोसायटी के निवासी अक्षय ने इस हत्याकांड की साजिश रची। इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। तरुण की हत्या का कारण फ्लैट विवाद था। अक्षय, जो अंजली का बहनोई है, को अंजली और तरुण के बीच प्रेम प्रसंग की जानकारी मिली। अक्षय को डर था कि अंजली तरुण को फ्लैट दे सकती है, जिससे उसने हत्या की साजिश रची। बुलंदशहर के पवन और उसके साथियों ने इस हत्या को अंजाम दिया। डीसीपी नगर राजेश कुमार ने पवन, वंश और अंजलि को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपी फरार हैं। पवन ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की और बताया कि अंजली से तरुण की बढ़ती नजदीकियों के चलते उसने साजिश की थी।
गाजियाबाद में इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार की हत्या का नया मोड़ सामने आया है। अक्षय, अंजलि का बहनोई और फ्लैट का मालिक, को अंजलि और तरुण के बीच बढ़ती नजदीकियों से नाराजगी थी। अंजलि ने तरुण का नंबर लड़की के नाम से सेव किया था, जिससे अक्षय चिंतित था कि कहीं अंजलि फ्लैट उसे न दे दे।
अक्षय ने अपने दोस्त पवन के साथ मिलकर तरुण को डराने-धमकाने की योजना बनाई, जो बाद में हत्या में बदल गई। पवन ने स्वीकार किया कि अंजलि की बढ़ती नजदीकियों के कारण उसने हत्या की साजिश रची। अंजलि की नौकरी और फ्लैट के बावजूद, वह तरुण के साथ रिश्ते को लेकर चिंतित था। पवन और अक्षय ने मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया, जिसे पुलिस ने उजागर कर दिया है।
फावड़े से न सही, दरांती से कटी तरुण की गर्दन—हत्याकांड की दर्दनाक सच्चाई
हत्या के बाद, आरोपियों ने तरुण पंवार के शव को कार से बुलंदशहर के खरकाली गांव पहुंचाया। पहले फावड़े से शव के हाथ और पैर काटे गए, लेकिन गर्दन नहीं कट सकी। फिर दीपांशु को दरांती लाने के लिए भेजा गया। दरांती से गर्दन काटकर शव के छह टुकड़े किए गए, जिन्हें सीमेंट के कट्टों में भरकर बीबीनगर और आसपास की नहरों में फेंक दिया गया।
पुलिस ने औरंगाबाद से दायां पैर बरामद किया है, बाकी हिस्सों की तलाश जारी है। गोताखोरों को लगाया गया है, लेकिन अन्य टुकड़े अब तक नहीं मिले हैं।
गाजियाबाद के इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार हत्याकांड में पुलिस ने सभी मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
अक्षय: राजनगर एक्सटेंशन की औरा कायमोरा सोसायटी का निवासी, जिसने हत्या की साजिश रची और शव के टुकड़े करने में शामिल रहा।
मनोज: मोरटा गांव का निवासी, जहां हत्या की गई और उसने जानकारी होने के बावजूद पुलिस को सूचित नहीं किया।
दीपांशु: बीबीनगर के चित्तसौना गांव का निवासी, जो हत्या, शव के टुकड़े और कार को ठिकाने लगाने में शामिल रहा।
जीते और अंकुर: लोनी की इंदिरापुरी कॉलोनी के निवासी, जो हत्या के समय मौजूद थे और घर के बाहर पहरा दिया, फिर भी पुलिस को सूचना नहीं दी।
अंकित: लोनी की इंदिरापुरी कॉलोनी का निवासी, जो हत्या से लेकर शव के ठिकाने लगाने तक साथ रहा।
इन सभी की गिरफ्तारी ने इस जघन्य हत्याकांड को सुलझाने में मदद की है।
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