साहिबाबाद:- टीला मोड़ में 21 जून की रात को राजू कुमार (29) की हत्या के बाद तीन आरोपियों ने हैवानियत की सभी हदें पार कर दीं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने हत्या के बाद राजू की कटी गर्दन और खून को एक बाल्टी में भरकर ऑटो में ले जाया और फिर कमरे में चाकू से उसकी आंख, नाक और कान काटकर खोपड़ी को पूरी तरह से छील दिया।
मुख्य आरोपी परमात्मा ने हत्या के बाद खोपड़ी को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के नाले में फेंक दिया। DCP निमिष पाटिल के अनुसार, विकास और धनंजय से पूछताछ में यह पता चला कि परमात्मा ने नाले में खोपड़ी फेंकने के बाद वहां से भागने से पहले अपने ई-रिक्शा को गिरवी रख दिया और फोन बंद कर दिया।
टीला मोड़ पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से नाले की सफाई कराई, लेकिन कई घंटे की मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिली। एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि परमात्मा ने एक जानकार के पास 35 हजार रुपये में अपना ई-रिक्शा गिरवी रख दिया था और उसके बाद फरार हो गया।
राजू कुमार की हत्या के बाद आरोपी विकास और धनंजय ने एक दूसरे से मिलना जारी रखा और परमात्मा से संपर्क करने की कई बार कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि हत्या के बाद परमात्मा काले कपड़े और काले टीके के साथ तंत्र-विद्या करता था और रातों को विकास और धनंजय उसके साथ कमरे में होते थे। डीसीपी निमिष पाटिल ने हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीला मोड़ पुलिस और स्वॉट टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। एसीपी शालीमार गार्डन के नेतृत्व में, दोनों टीमों को फरार आरोपी परमात्मा की तलाश का जिम्मा सौंपा गया है।
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