दक्षिण कश्मीर:- के अनंतनाग में रविवार को मुठभेड़ के दूसरे दिन आतंकियों की खोज में पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान चलाया गया। यह अनुमान है कि यहाँ तीन से चार आतंकियों का समूह मौजूद है। इस बीच, मुठभेड़ के दौरान फायरिंग में घायल एक नागरिक की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। सेना ने शहीद हुए दो जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि उनकी शहादत को हमेशा याद किया जाएगा।
आईजीपी कश्मीर वीके बिर्दी ने बताया कि जिले के कोकरनाग के ऊपरी इलाके गग्गर-मांडू में ऑपरेशन जारी है। सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि ऊपरी इलाके में आतंकी मौजूद हैं। इस आधार पर तलाशी अभियान चलाया गया।
जब सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को पूरी तरह से घेर लिया, तो छिपे हुए आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। प्रारंभिक फायरिंग में दो जवान शहीद हो गए। उनकी पहचान हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक परवीन शर्मा के रूप में की गई है। फायरिंग में घायल हुए दो नागरिकों में से एक, अब्दुल राशिद डार, की इलाज के दौरान रविवार को मृत्यु हो गई। दूसरे घायल नागरिक की स्थिति स्थिर बनी हुई है।
भौगोलिक परिस्थितियां बन रही चुनौती
मुठभेड़ शुरू होते ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों को मौके पर भेजा गया। पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी गई है ताकि आतंकी भाग न निकलें। अनंतनाग से सटे किश्तवाड़ के इलाके में भी घेराबंदी कड़ी रखी गई है। दस हजार फीट की ऊंचाई तथा भौगोलिक चुनौतियों वाला इलाका होने के कारण ऑपरेशन चलाने में परेशानी आ रही है। सुरक्षा बल अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं ताकि किसी प्रकार का नुकसान न होने पाए।
पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकियों को भेज रहा: एलजी
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को अस्थिर करने के लिए अत्यधिक प्रशिक्षित विदेशी आतंकवादियों को भेज रहा है। पड़ोसी देश के दुष्प्रेरित इरादों को विफल करने के लिए एक नई रणनीति तैयार की गई है और सुरक्षा बलों को पुनः तैनात किया जा रहा है।
अगले तीन महीनों में स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा। जम्मू में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर पिछली आतंकी वारदातें दुखद हैं। भविष्य में इन घटनाओं को निश्चित रूप से नियंत्रित किया जाएगा।
पाकिस्तानी सेना के विशेष सेवा समूह (एसएसजी) द्वारा प्रशिक्षित लोगों को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराकर यहां आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के दावों के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने स्वीकार किया कि उच्च प्रशिक्षित विदेशी आतंकवादी इस क्षेत्र में घुसपैठ कर चुके हैं। यह एक संवेदनशील मुद्दा है। सभी बातों को सार्वजनिक रूप से बताना जरूरी नहीं है।
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