गाजियाबाद:- में, मेट्रो कॉरिडोर के दोनों ओर 500 मीटर के दायरे में आवासीय और व्यापारिक गतिविधियों को विकसित करने के लिए ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) जोन की बोर्ड से मंजूरी प्राप्त होने के बाद, जीडीए ने लोगों से निंदा और सलाह मांगी है। इस प्रक्रिया की चर्चा 8 से 22 अगस्त के बीच जारी रहेगी। इस अवधि के दौरान आपत्ति और सुझाव 23 अगस्त से एक सात सदस्यीय समिति द्वारा सुनी जाएगी, जिसके बाद महायोजना 2031 में निर्णय लिया जाएगा।
पांच अगस्त को मेरठ में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई थी। जीडीए सचिव ने बताया कि गाजियाबाद में ब्लू लाइन और रेड लाइन मेट्रो का संचालन होता है। ब्लू लाइन दिल्ली के आनंद विहार से चलकर कौशांबी और वैशाली तक जाती है, जिसमें दो मेट्रो स्टेशन होते हैं। दूसरी लाइन शाहदरा से निकलकर दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा शहीद स्थल तक जाती है। इन दोनों लाइनों के दोनों ओर 500-500 मीटर क्षेत्र में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) जोन निर्धारित किया गया है। इस जोन के विकास से लोगों को एफआर में फायदा होगा और जीडीए को भी आय मिलेगी। इस जोन में आवासीय और व्यावसायिक संस्थान खोले जा सकते हैं। रैपिड रेल कॉरिडोर के दोनों ओर डेढ़-डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र को पहले ही टीओडी जोन घोषित किया गया है।
वैशाली और कौशांबी मेट्रो कॉरिडोर के एक किनारे पर आनंद विहार से गाजियाबाद की ओर जा रही रेलवे लाइन को बाउंडरी माना गया है। यदि किसी के पास 100 वर्ग मीटर प्लॉट है तो वह करीब 14 मीटर तक ऊंची इमारत बना सकता है। सुनवाई के लिए गठित टीम में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से दो, जिला प्रशासन से एक, नगर निगम से एक और जीडीए से उपाध्यक्ष शामिल हैं। जीडीए सचिव ने बताया कि सितंबर के पहले हफ्ते में बोर्ड बैठक हो सकती है।
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