साहिबाबाद:- कोतवाली क्षेत्र की नीलमणि कॉलोनी में बुधवार सुबह साढ़े सात बजे पांच किलो के सिलेंडर में गैस बहने से कमरे में आग लग गई। दंपती और उनके दो बच्चों सहित छह लोग झुलस गए। छह महीने के एक बच्चे की उपचार के दौरान मौत हो गई।
सभी झुलसे लोगों का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा है। तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। चाय बनाने के लिए चूल्हा जलाने के दौरान घटना हुई।
परिवार बदायूं का रहने वाला है
मूलरूप से बदायूं के उसहेद कॉलोनी के रहने वाले 26 वर्षीय प्रमोद अपने परिवार के साथ नीलमणि कॉलोनी में किराये पर रहते हैं। उनके साथ उनका छोटा भाई 24 वर्षीय दीपक और साला 26 वर्षीय अजय भी रहते हैं। प्रमोद, अजय, दीपक मुरादनगर की रसोई गैस की एजेंसी पर गैस सिलेंडर की डिलीवरी का काम करते हैं।
बच्चे सोते रहे
प्रमोद और उनकी पत्नी रेनू बुधवार सुबह छह बजे उठ गए। इनके दोनों बेटे, छह माह के लव और दो साल के कुश, चारपाई पर लेटे थे। छत पर सो रहे अजय और दीपक भी चाय पीने के लिए कमरे में आ गए थे। कमरे के दोनों दरवाजे बंद थे। रेनू ने चाय बनाने के लिए सिलेंडर का रेगुलेटर खोला।
माचिस जलाते ही लगी आग
इसके बाद चूल्हा जलाने के लिए जैसे ही माचिस की तीली जलाई, आग का भभका उठा और कपड़ों को चपेट में ले लिया। कुछ ही क्षण में आग ने अन्य लोगों और सामान को अपनी चपेट में ले लिया। चीख-पुकार मच गई। तभी प्रमोद ने हिम्मत दिखाते हुए गैस सिलेंडर से रेगुलेटर निकाल दिया।
आवाज सुनकर पास ही दूसरे कमरे में किराये पर रहने वाले सुनील बाहर आए। कमरे का एक दरवाजा खोला। दोनों बच्चों सहित सभी छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए। सभी को जिला एमएमजी अस्पताल ले जाया गया। उपचार के दौरान छह वर्षीय बच्चे लव की मौत हो गई। एमएमजी अस्पताल से झुलसे लोगों को सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां प्रमोद, रेनू और कुश की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है।
अस्पताल से पुलिस को मिली जानकारी
स्थानीय लोगों ने स्वयं ही आग को नियंत्रित किया और घायलों को एंबुलेंस के सहारे जिला एमएमजी अस्पताल में भर्ती करवाया। तीन घंटे बाद अस्पताल से सूचना मिलते ही साहिबाबाद कोतवाली पुलिस को अवगति हुई। एसीपी रजनीश कुमार उपाध्याय और थाना प्रभारी निरीक्षक, पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना के विवरण को स्थानीय लोगों से जानकारी ली।
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